Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 29 Dec, 2018 02:13 PM
उन्नावः एक मां रात भर जाग-जाग कर बच्चों को पालती है। कवच स्वरूप हर आपदा, हर संकट से बचा कर रखती है, लेकिन उसी मां पर जब उसके बच्चे ही जुल्म ढाहने लगें तो ये बात सुनते ही खून खोलने लगता है। उन्नाव से एक ऐसे ही मां की दर्द भरी दास्तां आपको बताने जा...
उन्नावः एक मां रात भर जाग-जाग कर बच्चों को पालती है। कवच स्वरूप हर आपदा, हर संकट से बचा कर रखती है, लेकिन उसी मां पर जब उसके बच्चे ही जुल्म ढाहने लगें तो ये बात सुनते ही खून खोलने लगता है। उन्नाव से एक ऐसे ही मां की दर्द भरी दास्तां आपको बताने जा रहे हैं जिसे सुन शायद आप रोने लगें।
मामला अजगैन थाना क्षेत्र के जमुका गांव का है। यहां सदर एसडीएम पूजा अग्निहोत्री शुक्रवार शाम को अग्नि पीड़ित चार मुस्लिम परिवारों को सहायता देने गईं थीं। वहीं जब वह घर वापस लौटने लगी तो रास्ते में उन्हें एक 90 वर्षीय वृद्धा को ठंड से कांपते हुए देखा। जब पूजा ने वृद्धा को गौर से देखा तो उसका एक हाथ बांधा हुआ था। एसडीएम पूजा वृद्धा की मदद के लिए उसके पास गईं तो उसके कान से खून बह रहा था।
एसडीएम ने तुरंत महिला के घर वालों को बुलाया तो महिला के दोनों बेटे पहुंचे। उन्होंने बताया कि उनकी मां मानसीक रूप से बीमार है। इधर-उधर चली जाती है। इसके बाद एसडीएम पूजा दोनों बेटों को जमकर फटकार लगाई।
जिसके बाद एसडीएम ने अपने सामने घर का कमरा खुलवाया और बिस्तर लगाकर वृद्धा को चारपाई पर लेटाया। कुछ ही देर में वृद्धा गहरी नींद में सो गई। एसडीएम के निर्देश पर अजगैन थाना पुलिस ने वृद्धा के साथ अमानवीय व्यहार करने वाले उसके दोनों बेटों को गिरफ्तार कर लिया। एसओ अनिल सिंह ने बताया कि दोनों मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।