Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Nov, 2017 11:41 AM
नोएडा मेें पुलिस जांच के दौरान यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में मास्टर प्लान से बाहर खरीदी गई जमीन में बड़ा घोटाला सामने आ रहा है। इस मामले में प्राधिकरण चेयरमैन डा. प्रभात कुमार...
नोेएडाः नोएडा मेें पुलिस जांच के दौरान यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में मास्टर प्लान से बाहर खरीदी गई जमीन में बड़ा घोटाला सामने आ रहा है। इस मामले में प्राधिकरण चेयरमैन डा. प्रभात कुमार व सीईओ डा. अरुणवीर सिंह ने मामले की जांच के आदेश दे रखे हैं। बता दें कि अब तक 14 गांवों में हुई जांच में करीब 500 करोड़ रुपए का घोटाला सामने आ चुका है।
उल्लेखनीय है कि यह घोटाला 2007 से 2014 के बीच बसपा और सपा शासन काल में हुआ था। सत्ता से जुड़े नेताओं और अधिकारियों ने अपने परिजन व रिश्तेदारों के नाम किसानों से कौड़ियों के भाव जमीन खरीदी। कुछ दिनों के अंतराल के बाद जमीन को प्राधिकरण को महंगी दरों पर बेच दिया गया।
हैरत की बात यह है कि प्राधिकरण को जमीन की कोई आवश्यकता नहीं थी। इस पर कोई योजना नहीं आनी थी। उस समय प्राधिकरण आर्थिक संकट जूझ रहा था। प्राधिकरण के पास विकास योजनाओं के लिए भी धन नहीं था, लेकिन नेताओं और अधिकारियों को फायदा पहुंचाने के लिए बैंकों से 200 करोड़ रुपए का कर्ज लिया गया।
इस धनराशि का प्राधिकरण अब तक 300 करोड़ रुपए का कर्ज दे चुका है। जबकि, खरीदी गई जमीन की कीमत नहीं बढ़ी है। उसका बाजार मूल्य अभी भी 200 करोड़ रुपये से कम है। भविष्य में प्राधिकरण उस पर कोई योजना भी नहीं ला सकता। अभी 14 गांवों की जांच पूरी हुई है। इसके बाद 13 और गांवों की जांच होगी।