Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 25 Feb, 2020 01:08 PM
उत्तर प्रदेश में झांसी स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए 272 करोड़ के प्रस्ताव को सोमवार को हरी झंडी दी गई, जिसमें दस किलोमीटर स्मार्ट रोड और आईसीसीसी का प्रस्ताव शामिल हैं। मंडलायुक्त सुभाष चंद शर्मा ने सोमवार को आयुक्त सभागार में 15वीं...
झांसीः उत्तर प्रदेश में झांसी स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए 272 करोड़ के प्रस्ताव को सोमवार को हरी झंडी दी गई, जिसमें दस किलोमीटर स्मार्ट रोड और आईसीसीसी का प्रस्ताव शामिल हैं। मंडलायुक्त सुभाष चंद शर्मा ने सोमवार को आयुक्त सभागार में 15वीं एसपीवी मीटिंग में बोर्ड डायरेक्टरों और एजेन्सी के पदाधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिये साथ ही अब तक के कार्यों पर असंतोष व्यक्त किया।
मंडलायुक्त ने कहा कि शासन स्तर पर मीटिंग को लगभग एक माह से अधिक समय बीत गया है। कोई भी नयी निविदा जारी नहीं की गई। लगभग 300 करोड़ की निविदा जनवरी माह में जारी करने का लक्ष्य रखा था और फरवरी आ गया है, अब तक मात्र 275 करोड की ही निविदा जारी की जा सकी, यह स्थिति संतोषजनक नहीं है। शेष सभी निविदाएं एक माह में पूर्ण कर ली जाएं। उन्होंने कन्सलटेन्ट के कार्यो में तेजी लाये जाने के निर्देश दिये।
मीटिंग में झांसी स्माटर् हो, उसके लिए विभिन्न प्रस्तावों पर चर्चा की गई, जिसमें पानी वाली धर्मशाला का टूरिज्म विकास जहां बोटिंग के साथ बेंच आदि लगाया जाना शामिल है। पानी को शुद्ध करने हेतु नालो की ट्रैपिंग तथा पानी शुद्ध करने हेतु क्लीनिंग प्लांट जिसकी डीपीआर बनाए जाने पर बोर्ड ने सहमति दी।
बोर्ड बैठक में जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने स्मार्ट सिटी में टूरिज्म पुलिस गठन का सुझाव दिया, जो पर्यटकों को सहायता प्रदान करें तथा किले में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए वहां व्याप्त बदबू को दूर करने व साउंड सिस्टम को अपग्रेड करने का सुझाव दिया। इस मौके पर नगर आयुक्त मनोज कुमार, मुख्य अभियंता नगर निगम लक्ष्मी नारायण सिंह सहित जल निगम, जल संस्थान, विद्युत विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।