Edited By Anil Kapoor,Updated: 02 Feb, 2025 04:56 PM
Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक युवक ने अपनी प्रेमिका के साथ झगड़ा होने के बाद इंस्टाग्राम पर आत्महत्या करने का पोस्ट डाल दिया। इस घटना की जानकारी लखनऊ कमिश्नरेट की सोशल मीडिया सेल को मिली,...
Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक युवक ने अपनी प्रेमिका के साथ झगड़ा होने के बाद इंस्टाग्राम पर आत्महत्या करने का पोस्ट डाल दिया। इस घटना की जानकारी लखनऊ कमिश्नरेट की सोशल मीडिया सेल को मिली, जिसके बाद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उसे ढूंढ निकाला और उसके घर पहुंच गई।
पुलिस को कैसे मिली जानकारी?
मिली जानकारी के मुताबिक, रात 2 बजे लखनऊ हेडक्वार्टर से आगरा पुलिस को आत्महत्या की पोस्ट की सूचना मिली थी। कमिश्नरेट की सोशल मीडिया सेल 24 घंटे फेसबुक, इंस्टाग्राम, और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर नजर रखती है। डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि सूचना देने के बाद प्रभारी निरीक्षक प्रभात कुमार दीक्षित ने पुलिस टीम को सक्रिय किया।
सूचना मिलते ही पुलिस ने की तुरंत कार्रवाई
पुलिस ने ड्यूटी पर मौजूद सिपाही अभिषेक कुमार की सहायता से युवक के इंस्टाग्राम अकाउंट की पहचान की। युवक की लोकेशन कंबल गली थाना छत्ता बताई गई थी। छत्ता पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और युवक के घर का दरवाजा खटखटाया। पुलिस ने परिवार वालों को भी जानकारी दी।
युवक का बयान
पुलिस ने युवक, जिसका नाम फैजान है, से पूछताछ की। उसने स्वीकार किया कि उसकी प्रेमिका के साथ झगड़े के चलते उसने आत्महत्या की पोस्ट डाली थी। फैजान ने बताया कि वह चूहा मारने की दवा खाने की भी सोच रहा था। हालांकि, पुलिस की तुरंत कार्रवाई से उसे समझाया गया और उसने अपनी गलत सोच की खेद जताई।
पुलिस की सलाह और परिवार का आभार
पुलिस ने युवक को परिवार के साथ खुशी से रहने की सलाह दी। युवक ने अपनी गलती के लिए क्षमा मांगते हुए पुलिस का धन्यवाद किया। उसके परिजनों ने भी पुलिस की मदद के लिए आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उनके बेटे की जान बचाई।
सोशल मीडिया सेल की भूमिका
डीसीपी सिटी ने बताया कि सोशल मीडिया सेल सभी प्लेटफॉर्म पर 24 घंटे नजर रखती है ताकि अभद्र टिप्पणियों और कानून व्यवस्था को खराब करने वाली गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। अगर कोई गलत पोस्ट की जाती है, तो मेटा द्वारा लखनऊ पुलिस मुख्यालय को तुरंत अलर्ट किया जाता है। इस घटना ने एक बार फिर साबित किया है कि पुलिस की सक्रियता और सोशल मीडिया पर नजर रखने की प्रक्रिया लोगों की जान बचाने में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।