Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Mar, 2018 07:31 AM
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि हमें खुशी है कि प्रदेश के 2 लोकसभा उपचुनावों में उनको बसपा का सहयोग मिला। दोनों दल एक साथ आए। मैं कोशिश करूंगा कि लोहिया-डा. अम्बेदकर की विचारधारा वाली पार्टियां एक मंच पर आएं।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि हमें खुशी है कि प्रदेश के 2 लोकसभा उपचुनावों में उनको बसपा का सहयोग मिला। दोनों दल एक साथ आए। मैं कोशिश करूंगा कि लोहिया-डा. अम्बेदकर की विचारधारा वाली पार्टियां एक मंच पर आएं। यह गठबंधन देश को नया रास्ता दिखा सकता है।
यादव ने एक बार फिर सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि यह देश के पहले मुख्यमंत्री होंगे जो संविधान को कुछ समझते ही नहीं। उन्होंने कहा कि योगी को हिन्दू होने पर गर्व है तो हमें बैकवर्ड हिन्दू होने पर गर्व है, लेकिन मैं सभी धर्मों, वर्गों का सम्मान करता हूं। उन्होंने कहा कि योगी समाजवादी शब्द से चिढ़ते हैं। अपने लिए सॉफरान सोशलिस्ट नाम से किताब लिखवाते हैं। ऐसा लगता है कि उन्हें संविधान की जानकारी नहीं है। समाजवादी शब्द तो संविधान की प्रस्तावना में भी है।
जानकारी के अनुसार एक कार्यक्रम में बोलते हुए अखिलेश यादव ने भाजपा पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्यसभा चुनाव में संख्या बल कम होने के बाद भी प्रत्याशी उतारना यह साबित करता है कि भाजपा ऐसा काम करती है, जिससे भ्रष्टाचार का प्रसार हो। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में मंत्री खुद कह रहे हैं कि प्रदेश में हर स्तर पर भ्रष्टाचार बढ़ गया है।
यादव ने कहा कि योगी ने सरकार में आकर कोई काम नहीं किया, बस सरकारी योजनाओं से समाजवादी शब्द हट जाए, यही उनका सबसे बड़ा काम है। गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उप चुनाव में भाजपा की हार पर कहा कि यह समाजवादियों की बहुत बड़ी जीत है। बसपा सहित जितने दलों ने चुनाव में सहयोग किया, हम उन सबका धन्यवाद करते हैं।
यादव ने कहा कि हम ने बसपा की नेता मायावती को हमेशा सम्मान दिया। बसपा से हमारा कोई झगड़ा नहीं है। यादव ने कहा कि केन्द्र सरकार की गलत नीतियों, जी.एस.टी., नोटबंदी, ई.डी. और भय के माहौल के कारण देश के 15 हजार उद्योगपति देश छोड़ कर दूसरे देशों में चले गए। इसके लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है।