Edited By ,Updated: 24 Jan, 2017 09:19 AM
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए समाजवादी पार्टी के साथ अपनी पार्टी के गठबंधन के एक दिन बाद कांग्रेस नेता शीला दीक्षित ने कहा कि उन्होंने पार्टी के मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप में अपना नाम वापस ले लिया है लेकिन...
नई दिल्ली\लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए समाजवादी पार्टी के साथ अपनी पार्टी के गठबंधन के एक दिन बाद कांग्रेस नेता शीला दीक्षित ने कहा कि उन्होंने पार्टी के मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप में अपना नाम वापस ले लिया है लेकिन अगर पार्टी नेतृत्व चाहेगा तो राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य में वह प्रचार करेंगी।
पार्टी चाहेगी तो प्रचार अभियान में शामिल होने के लिए तैयार
दीक्षित ने कहा कि मैं अब उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की मुख्यमंत्री पद की दावेदार नहीं हूं। मैंने पहले ही कह दिया था कि सपा के साथ गठबंधन होने पर मुझे मुख्यमंत्री की उम्मीदवार के रूप में अपना नाम वापस लेने में खुशी होगी। तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं दीक्षित ने कहा कि अगर पार्टी आलाकमान उत्तर प्रदेश में उनकी सक्रियता चाहता है तो वह प्रचार अभियान में शामिल होने के लिए तैयार हैं।
298 पर सपा और 105 सीटों पर किस्मत आजमाएगी कांग्रेस
उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि अंतत: सपा और कांग्रेस साथ में आ गए। मुझे लगता है कि कांग्रेस के लिए अब चुनाव परिणाम अकेले लडऩे की तुलना में बेहतर होंगे। चीजें अभी बिल्कुल साफ नहीं हैं, लेकिन मेरा मानना है कि सपा-कांग्रेस का गठबंधन बहुमत हासिल करेगा। कांग्रेस ने पिछले साल जुलाई में 79 वर्षीय शीला दीक्षित को राज्य में पार्टी का मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाया था और पिछले कुछ महीनों में उन्होंने राज्य में पार्टी के लिए प्रचार भी किया। कांग्रेस और सपा ने कल रहस्य पर पर्दा गिराते हुए गठबंधन पर मुहर लगाई जिसके तहत सपा 403 सीटों में से 298 पर और कांग्रेस बाकी 105 सीटों पर किस्मत आजमाएगी।
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