Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Jun, 2017 05:25 PM
उत्तर प्रदेश में सरकार बदल गई लेकिन हालात बदलने का नाम ही नहीं ले रहे। जहां कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के लिए हईटेक एंबुलेंश शुरू की है, वहीं.....
हरदोईः उत्तर प्रदेश में सरकार बदल गई लेकिन हालात बदलने का नाम ही नहीं ले रहे। जहां कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के लिए हईटेक एंबुलेंश शुरू की है, वहीं यह वाकया व्यवस्थाओं का असली चेहरा दिखा रही है। दरअसल यह मामला हरदोई के जिला अस्पताल का है। यहां पर भर्ती बरगदिया गांव की रहने वाली महिला गंगावती है। 14 जून को घर में खाना बनाते वक्त छप्पर गिरने से चूल्हे से आग निकल कर गंगावती पर गिर गई थी। इससे वह गंभीर रूप से झुलस गई थी।
हालत गंभीर पर दूसरे अस्पताल में करना था रेफर
हादसे में गंगावती का पति हरिश्चंद्र भी झुलस गया था। इन दोनों का इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था। मंगलवार को उसकी हालत बिगड़ने पर चिकित्सक ने उसे लखनऊ रेफर कर दिया। महिला को लखनऊ ले जाने के लिए उसका भाई वीरेंद्र सीएमएस डॉ एससी गौतम के पास पहुंचा।
नहीं मिली एंबुलेंस तो गोद में उठाया
जहां पर स्टाफ ने डॉक्टर से मिलने नहीं दिया साथ ही एंबुलेंस नहीं मिलने की बात बोल कर रवाना कर दिया। इस बात से आहत वीरेंद्र ने अपनी बहन की गंभीर हालत देखते हुए कठिन फैसला लिया। उसने बहन को गोद में उठाया और हॉस्पिटल के गेट पर जा पहुंचा।
डॉक्टर ने दी यह सफाई
यहां पर उसने एक निजी वाहन की सहायता से लखनऊ के लिए रवाना हुआ। वहीं इस संबंध में सीएमएस डॉ ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं लगी। उन्होने यह भी कहा कि जिसे भी जरुरत होती है उसे एंबुलेंस दी जाती है।