Edited By ,Updated: 26 Nov, 2015 07:23 PM

छात्रवृत्ति हड़पने के आरोप में उत्तर प्रदेश समाज कल्याण निदेशालय ने शासन को पत्र भेजकर राज्य के 13 कॉलेजों की मान्यता रद्द करने की सिफारिश की है।
लखनऊ: छात्रवृत्ति हड़पने के आरोप में उत्तर प्रदेश समाज कल्याण निदेशालय ने शासन को पत्र भेजकर राज्य के 13 कॉलेजों की मान्यता रद्द करने की सिफारिश की है। इन सभी कॉलेजों पर छात्रों को सरकार द्वारा दी जाने वाली छात्रवृत्ति के हड़पने का आरोप सिद्ध हो चुका है। कानपुर के सबसे ज्यादा 5 कॉलेजों की मान्यता रद्द करने की सिफारिस की गई है। आपको बता दें कि इन कॉलेजों ने छात्रों के झूठे दस्तावेजों से छात्रवृत्ति हड़पी और सरकार के आंख में धूल झोंककर करोड़ों का चूना लगाया।
इन कॉलेजों की सदस्यता रद्द करने की सिफारिश-
1.-स्वामी विवेकानंद सुभारती विवि मेरठ (उच्च शिक्षा)
2.-शोभित विश्वविद्यालय मेरठ (उच्च शिक्षा)
3.बंसी कॉलेज ऑफ एजुकेएशन कानपुर नगर (उच्च शिक्षा)
4.बंसी कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट कानपुर नगर (प्राविधिक शिक्षा)
5.सेठ श्रीनिवास अग्रवाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कानपुर नगर (प्राविधिक शिक्षा)
6.सेठ श्रीनिवास अग्रवाल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट कानपुर नगर (प्राविधिक शिक्षा)
7.विद्या भवन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी कानपुर नगर (प्राविधिक शिक्षा)
8.इनोवेटिव इंस्टीट्यूट ऑफ फर्मेसी गौतमबुद्ध नगर-
9. चौधरी बाबूलाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट हाथरस (प्राविधिक शिक्षा)
10.ए.एस.के. इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी अमरोहा (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग नई दिल्ली)
11.प्रयाग इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट अमरोहा (प्राविधिक शिक्षा)
12. एशियन कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट सहारनपुर (प्राविधिक शिक्षा)
13. एक्सिलेंस कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट मेरठ (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग नई दिल्ली)