Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jan, 2018 10:24 AM
शिया वक्फ बोर्ड के प्रमुख कल्बे जव्वाद गोंडा जिले में एक मजलिस में शिरकत करने पहुंचे थे। यहां उन्होंने शिया वक्फ बोर्ड के सदस्य वसीम रिजवी को आतंकवादी व समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आज़म खान को आतंकवादियों का सरदार कह डाला।
गोंडा: शिया वक्फ बोर्ड के प्रमुख कल्बे जव्वाद गोंडा जिले में एक मजलिस में शिरकत करने पहुंचे थे। यहां उन्होंने शिया वक्फ बोर्ड के सदस्य वसीम रिजवी को आतंकवादी व समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आज़म खान को आतंकवादियों का सरदार कह डाला। इतना ही नहीं कल्बे जव्वाद ने रिजवी की तुलना एक चूहे से की और हत्यारा भी बताया। उन्होंंने आज़म खान और वसीम रिजवी की जांच सीबीआई से कराने की मांग भी की।
जानकारी के अनुसार धर्मगुरू ने शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी के मदरसों में आतंकवाद पनपने के बयान को खारिज करते हुए आरोप लगाया कि पूर्व मंत्री आज़म खान के इशारे पर उन्होंने जान बूझकर बेतुका बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मदरसों से ही मुसलमानों के बच्चे पढ़ लिखकर डाक्टर एवं इंजीनियर बनकर देश की सेवा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में धनउगाही के लिए कुछ फर्जी मदरसे भी संचालित हैं। इनके खुलासे के लिए सरकार मदरसों का पंजीकरण करा रही है।
धर्मगुरु ने समाजवादी पार्टी सरकार पर शियाओं पर अत्याचार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकारें मुस्लिमों के लिए कुछ हद तक अच्छा काम कर रही हैं। तीन तलाक को नाजायज करार देते हुए उन्होंने सुन्नी धर्मगुरूओं से अपील की कि वे अपने अनुयायियों को 3 तलाक से रोकें ताकि सरकार धार्मिक मसलों में दखल न दे सके। भाजपा को नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार को विकास की बात करनी चाहिए जिसके लिए जनता ने उन्हें चुनकर भेजा है। भाजपा मंदिर-मस्जिद की बातकर देश को गुमराह न करे।
उन्होंने भाजपा तथा अन्य हिन्दू संगठनों के धर्माचार्यों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अयोध्या में शीघ्र राम मंदिर निर्माण की बातें बेमानी और राजनीति से प्रेरित है। सभी पक्षों को उच्चतम न्यायालय के निर्णय की प्रतीक्षा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुसलमानों के धार्मिक कार्यक्रमों में सरकारी खर्चे पर ही रोक क्यों लगाई जाती है। इलाहाबाद अर्ध कुम्भ मेले के लिए सरकार अरबों रुपए खर्च कर रही है। उन्होंने उच्चतम न्यायालय के निर्णय के कारण केन्द्र सरकार के हज सब्सिडी को वापस लेकर इस राशि को मुस्लिमों की पढ़ाई में खर्च करने के फैसले का स्वागत किया है।