Edited By Nitika,Updated: 21 Aug, 2019 04:54 PM
उत्तराखंड के कई जिले इस समय आपदा की मार से प्रभावित हैं। इसके साथ ही उत्तरकाशी जिले में ही लगभग 15 लोग बाढ़ में अपनी जान गंवा चुके हैं। इतना ही नहीं आपदा की चपेट में आ चुके 10 घायल लोगों का इलाज दून अस्पताल में चल रहा है।
देहरादूनः उत्तराखंड के कई जिले इस समय आपदा की मार से प्रभावित हैं। इसके साथ ही उत्तरकाशी जिले में ही लगभग 15 लोग बाढ़ में अपनी जान गंवा चुके हैं। इतना ही नहीं आपदा की चपेट में आ चुके 10 घायल लोगों का इलाज दून अस्पताल में चल रहा है। वहीं एक तरफ जहां अपना सब कुछ गंवा चुके यह आपदा पीड़ित लोग अपने दुख से उबर भी नहीं पा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ दून अस्पताल के डॉक्टर इन पीड़ितों को भी नहीं बख्श रहे।
डॉक्टरों के द्वारा पीड़ितों से मंगवाई जा रही दवाई
जानकारी के अनुसार, मामला दून अस्पताल का है, जहां पर डॉक्टरों के द्वारा आपदा पीड़ितों को भी बख्शा नहीं जा रहा है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के सख्त निर्देशों के बावजूद भी डॉक्टरों के द्वारा आपदा पीड़ितों से बाहर से दवाई मंगवाई जा रही है। इस घटना की सूचना प्रशासन को मिलते ही अस्पताल प्रशासन तुरंत आपदा पीड़ितों का डैमेज कंट्रोल करने में जुट गई।
अस्पताल प्रशासन ने मरीज को लौटाए पैसे
वहीं अस्पताल प्रशासन ने आनन-फानन में डॉक्टर के द्वारा जो दवाई मरीज से बाहर से मंगाई गई थी, उसके पैसे आपदा पीड़ित को वापस लौटा दिए। इस मामले को दून अस्पताल के सीएमएस और प्राचार्य केके टम्टा ने गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की बात कही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मामले में डॉक्टर से सफाई मांगी जाएगी।