Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 12 Mar, 2021 03:30 PM
यूपी में वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर सभी पार्टियां अभी से तैयारी में जुट गई। इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी भी गठजोड़ करने में जुटी हुई है। इस पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आगामी विधानसभा चुनाव पर कहा कि उनकी पार्टी बड़े दलों से...
लखनऊ: यूपी में वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर सभी पार्टियां अभी से तैयारी में जुट गई। इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी भी गठजोड़ करने में जुटी हुई है। इस पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आगामी विधानसभा चुनाव पर कहा कि उनकी पार्टी बड़े दलों से कोई गठबंधन नहीं करने जा रही है। वह सिर्फ छोटे दलों के साथ गठबंधन करेंगे। जब अखिलेश यादव से असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM से गठबंधन का सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि एक जो हमारे रास्ते है एक सेक्युलर, सोसलिस्ट समाज बने, उसे बनाने के लिए सपा तय करेगी किसे साथ लेना है किसे नहीं लेना है, जो भी दल बीजेपी से मिले होंगे उनसे दूरी बनाने का काम सपा करेगी।
अखिलेश ने कहा कि सपा का बड़े दलों के साथ अच्छा अनुभव नहीं रहा, इसलिए बड़े दलों से गठबंधन नहीं करेंगे और सिर्फ छोटे दलों से गठबंधन करेंगे। सभी छोटे दलों के लिए रास्ता खुला हुआ है, जो आना चाहे आ जाए। उन्होंने कहा कि पुलिस के जरिए यूपी सरकार यहां पर विपक्षी दलों के खिलाफ षडयंत्र कर रही है। आजम खान साहब के ऊपर देखिये कितने केस कर दिए गए है। जब अखिलेश से पूछा गया कि आजम खान साहब के लिए कोई बात हुई है आपकी। तो उन्होंने कहा कि अगर हुई भी होगी तो आपको क्या बताएंगे? उनसे पूछा गया कि पीएम मोदी जी से आपके बड़े अच्छे संबंध है, तो क्या आजम खान को लेकर कोई बात हुई है क्या आपकी? तो उन्होंने कहा कि आपको मैं जवाब दे चुका हूं।
अखिलेश यादव ने कहा कि सोशल मीडिया में काफी चल रहा मुख्यमंत्री ने सेल्फी ली है, वो सपा का काम है। ये दूसरों के काम को अपना बना लेने वाली सेल्फी लेने वाली सरकार है। इस सरकार को जनता हटा देगी। नोटबंदी के बाद अभी तक अर्थव्यवस्था नहीं सुधरी है और नोटबंदी के बाद जीएसटी आ गया। इधर, वैश्विक महामारी की वजह से इतने खराब दिन देखने पड़े और सरकार ने जो लॉकडाउन लगाया उसमें कारोबार डूब गए। उन्होंने कहा कि सरकार के फैसले ऐसे है कि अर्थव्यवस्था खत्म हो गई है।
उन्होंने कहा कि 5 लाख करोड़ के एमओयू किए गए पर वो जमीन पर नहीं पहुंचे। डिफेंस कोरिडोर के नाम पर काफी हल्ला हुआ पर कोरिडोर के लिए कुछ काम नहीं हुआ। इधर तीन किसान बिल आए इससे खेती पूरी तरह बर्बाद हो जाएगी। जहां मंडी बननी चाहिए थी वहां मंडी बनाने का काम बंद कर दिया गया। किसानों के लिए कृषि कानून डेथ वारंट है। इधर पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ रहे है, सरकार बताए यह मुनाफा कहां जा रहा है।