Edited By Anil Kapoor,Updated: 22 Nov, 2018 04:15 PM
विश्व हिन्दू परिषद ने साधु-संतों और राम मंदिर पर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर के विवादास्पद बयान पर कड़ी आपत्ति व्यक्त की है।
लखनऊ: विश्व हिन्दू परिषद ने साधु-संतों और राम मंदिर पर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर के विवादास्पद बयान पर कड़ी आपत्ति व्यक्त की है। उन्होंने गुरूवार को राजभर को मंत्री पद से बर्खास्त करने की मांग की।
विहिप मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने कहा कि संतों और श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण पर की गई ओछी टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। राजभर योगी सरकार में रहते हुए पीठ में खंजर भोंक रहे हैं। यह कार्य एक विभाजक तत्व ही कर सकता है। शर्मा ने राजभर के इलाहाबाद में दिए बयान का हवाला दिया कि संत राम मंदिर मुद्दा इसलिए उठाते हैं क्योंकि यह उनकी रोजी रोटी का जरिया है। उन्होंने कहा कि साधु-संतों पर अमर्यादित बयान एक अशिष्ट व्यक्ति ही दे सकता है। राजभर अपनी मर्यादा खो चुके हैं। एक संत द्वारा चलाई जा रही सरकार में रहते हुए भी साधु-संतों का अपमान उनकी घटिया सोच और निर्लज्जता को दिखाता है।
शर्मा ने कहा कि श्रीराम जन्म भूमि पर विराजमान रामलला के मंदिर को राजनीतिक चश्मे से देखना ही करोड़ों हिन्दुओं की धार्मिक परम्पराओं पर हमला है। जिस धार्मिक एवं सांस्कृतिक आंदोलन को संतों ने निस्वार्थ चलाया, उसको रोजी-रोटी से जोड़ने का बयान देने वाले मंत्री राजभर की सरकार से बिदाई नहीं की गई तो यह संतों धर्माचार्यो सहित हिन्दू संगठनों में आक्रोश ही बढाएगा। उन्होंने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण तो होकर रहेगा, लेकिन मार्ग में अवरोधक बनने वाले राजभर जैसों को भी राम भक्त हनुमान हटाते जाएंगे।