Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 10 Oct, 2020 04:14 PM
उत्तर प्रदेश में बहराइच के पुलिस अधीक्षक ने महिलाओं व बेटियों के साथ आए दिन हो रहे अपराध को नियंत्रण करने के लिए एक अभिनव पहल की शुरूआत की है। महिलाओं की सुरक्षा तथा उन्हें जागरूक करने के लिए अब गांव में महिला पुलिसकर्मी गश्त करेंगीं। पुलिस...
बहराइचः उत्तर प्रदेश में बहराइच के पुलिस अधीक्षक ने महिलाओं व बेटियों के साथ आए दिन हो रहे अपराध को नियंत्रण करने के लिए एक अभिनव पहल की शुरूआत की है। महिलाओं की सुरक्षा तथा उन्हें जागरूक करने के लिए अब गांव में महिला पुलिसकर्मी गश्त करेंगीं। पुलिस अधीक्षक विपिन मिश्रा ने शनिवार को बताया कि महिला पुलिस अब गांव में जाकर महिलाओं के बीच बैठकर उनको अपने हक एवं कानून के बारें में जानकारी देंगी। शिकायत मिलने पर बीट पुस्तिका में अंकित कर उसका निपटारा कराएंगी। महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार से छुटकारा दिलाएंगी।
उन्होंने महिला सिपाहियों को गांव में जाकर गश्त करने व उनके बीच बैठकर गांव की स्थितियों को समझाने के साथ अपराध को रोकने के निर्देश दिए हैं। अब गांव में महिला पुलिसकर्मी जनसंपर्क बढ़ाएंगी। जनसंवाद के माध्यम से बीट के गांव में नियुक्त ग्राम प्रधान, चौकीदार, ग्राम पंचायत सचिव, आशा बहू, एएनएमए डिजिटल वालंटियर, स्वास्थ्य विभाग व आंगनवाड़ी की कार्यकत्रियों से संवाद बनाते हुए गांव में महिलाओं के प्रति हो रहे अत्याचार एवं हिंसा के मामलों की जानकारी करेंगी। उसकी बीट सूचना अपने थाने में दर्ज कराकर प्रभावी कारर्वाई कराकर न्याय दिलाएंगी।
गौरतलब है कि बेटियों की सुरक्षा के लिए शुरू किए गए पहल को बेहतर बनाने के लिए पुलिस लाइन में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक ने सभी महिला पुलिसकर्मियों की समस्याओं को सुना। समाधान कराने के निर्देश के साथ गांव में गश्त व सुरक्षा के लिए टिप्स भी दिए। उन्होंने कहा कि आर्थिक व शैक्षिक रूप से आत्म निर्भर स्त्री ही पुरुष प्रधान समाज से मुकाबला कर सकती है। महिला आरक्षी होने के कारण कानूनी संरक्षण प्राप्त है। महिलाओ व बच्चों के प्रति बढ़ते अपराध को रोकने के लिए संवाद व गश्त बहुत जरूरी है। जिले में कोई अपराध न हो पाएं। इसके लिए समय-समय पर पुलिस को हाईटेक किया जा रहा है।