Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 19 Sep, 2022 02:32 PM
उत्तर प्रदेश विधानसभा के मॉनसून सत्र के पहले दिन सोमवार को राज्य के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के विधायकों ने विधानसभा के मुख्य द्वार पर चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा ...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के मॉनसून सत्र के पहले दिन सोमवार को राज्य के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के विधायकों ने विधानसभा के मुख्य द्वार पर चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष प्रदर्शन किया और गन्ना किसानों के बकाया भुगतान, महंगाई और बेरोजगारी के मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार को घेरा।
विधानसभा में रालोद के दल नेता राजपाल बालियान के नेतृत्व में हाथों में '' गन्ना किसानों का बकाया भुगतान करो'', '' शिक्षा के मंदिर में बदहाली है-शिक्षकों के पद खाली हैं'' जैसे नारे लिखी तख्तियां लेकर पार्टी विधायकों ने प्रदर्शन किया। सत्र शुरू होने से पहले मुख्य द्वार पर पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष पहुंचे विधायकों ने सरकार पर किसानों, नौजवानों, बेरोजगारों की अनदेखी का आरोप लगाया। रालोद विधायकों ने गन्ना किसानों के बकाये भुगतान की मांग पर जोर दिया। विधायकों ने पत्रकारों से बातचीत में आरोप लगाया कि किसानों की सुनने वाला कोई नहीं है।
उन्होंने दावा किया कि अकेले शामली जिले में गन्ना किसानों का 550 करोड़ रुपये का भुगतान बाकी है। उन्होंने छुट्टा पशुओं की भी समस्या उठाई। महंगाई, रोजगार और अन्य मुद्दों पर सरकार को नाकाम बताते हुए रालोद नेता ने कहा कि सरकार हमारी मांग पूरी करे। रालोद ने 2022 का चुनाव समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर लड़ा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में प्रभाव रखने वाले इस दल के पास आठ विधायक हैं।