Edited By Ramkesh,Updated: 14 Mar, 2024 06:05 PM
लोकसभा चुनाव 2024 का चुनाव आयोग कभी भी ऐलान कर सकता है, ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां अपने जिताऊ उम्मीदवार को मैदान में उतारना चाहती है। कुछ पार्टियां अपनी जीत को सुनिश्चित करने के लिए गठबंधन भी कर लिया है। लेकिन उत्तर प्रदेश में बसपा और असदुद्दीन...
लखनऊ: लोकसभा चुनाव 2024 का चुनाव आयोग कभी भी ऐलान कर सकता है, ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां अपने जिताऊ उम्मीदवार को मैदान में उतारना चाहती है। कुछ पार्टियां अपनी जीत को सुनिश्चित करने के लिए गठबंधन भी कर लिया है। लेकिन उत्तर प्रदेश में बसपा और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं किया है। ऐसे में इंडिया गठबंधन को काफी नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है।
उत्तर प्रदेश में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन ने मुस्लिम बहुल 25 सीटों पर अपने प्रत्याशी को उतारने का ऐलान कर चुकी है। बसपा भी 80 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार को उतारने का घोषणा कर दी है। उत्तर प्रदेश में सपा- बसपा और ओवैसी की पार्टी बिना गठबंधन के लड़ती है तो बीजेपी को फायदा होने की संभावना जताई जा रही है।
एआईएमआईएम के प्रवक्ता मोहम्मद फरहान ने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी को तीसरी बार सरकार बनाने से रोकने के लिए हम समझौता करना चाहा था इसी वजह से सिर्फ पांच सीटों की मांग की थी लेकिन अखिलेश यादव ना तो समझौता करने को तैयार हैं और ना ही किसी तरह की बातचीत करने को तैयार हुए। उन्होंने कहा कि मुसलमानों का वोट अखिलेश को चाहिए लेकिन मुस्लामानें को सत्ता में भागी दारी नहीं देना चाहते है। उन्होंने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव बीजेपी से मिले हुए हैं और मदद कर रहे हैं फरहान ने कहा कि कथित सेक्युलर पार्टियां मुसलमानों को एमपी - एमएलए बनता नहीं देखना चाहती है।
पार्टी प्रवक्ता ने बताया AIMIM 25 मुस्लिम बहुल सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। इससे पहले भी AIMIM ने कहा था कि अगर उसे अमरोहा, नगीना, आजामगढ़ समेत कुल 5 लोकसभा सीटें मिल जाए तो वह अलायंस में आने को तैयार है, हालांकि जब सपा प्रमुख अखिलेश यादव से इस संदर्भ में पूछा गया तो उन्होंने कहा था कि हमारा गठबंधन जिससे होना था उस से हो चुका है अब चुनाव मैदान में जाने की तैयारी की जा रही है।