यूपीः सभी 75 जिलों में लागू हुआ अटल भूजल योजना, जल संकट से मिलेगी मुक्ति

Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 18 Feb, 2021 01:29 PM

up atal ground water scheme implemented in all 75 districts

दुनिया में बढ़ते जल संकट और लगातार घट रहे भू जल स्तर के बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में अटल भू जल योजना को विस्तार देते हुये इसे सभी 75 जिलों में लागू कर...

लखनऊ:  दुनिया में बढ़ते जल संकट और लगातार घट रहे भू जल स्तर के बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में अटल भू जल योजना को विस्तार देते हुये इसे सभी 75 जिलों में लागू कर दिया है । आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को बताया कि पहले सिर्फ दस जिलों में अटल भू जल योजना को लागू किया गया था जबकि अब यह योजना प्रदेश के सभी 75 जिलों में संचालित होगी। योजना के जरिये राज्य सरकार पानी की बूंद बूंद संजोने के साथ ही पीने और सिंचाई के लिए पानी के वैकल्पिक स्त्रोत भी तलाशेगी। अब प्रदेश के सभी 826 विकास खंडों में भू जल स्तर को सुधारने और जल संरक्षण और संचयन का काम होगा।       

उन्होंने बताया कि योजना के तहत जन सहभागिता के साथ राज्य सरकार के अलग अलग विभाग भू जल प्रबंधन के साथ कृषि,पेयजल, औद्योगिक व अन्य क्षेत्रों में भू जल,सतही जल के स्त्रोतों और उपलब्धता का आकलन भी किया जाएगा। ग्राम पंचायत स्तर पर वाटर बजटिंग करते हुए ग्राम पंचायत वाटर सिक्योरिटी प्लान तैयार किया जाएगा जिसमें क्षेत्र में पानी की मांग,उपलब्धता और विकल्प समेत सभी चीजों को शामिल किया जाएगा। इस माडल को विकास खंड स्तर पर भी लागू किया जाएगा। नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में 70 फीसदी सिंचाई भू जल पर निर्भर है जबकि पेयजल की 80 फीसदी और औद्योगिक क्षेत्र की 85 फीसदी निर्भरता भू जल पर है। जिसके कारण भू जल स्तर में लगातार गिरावट दर्ज की गई है। भू जल संसाधन के वर्ष 2017 के आंकड़ों के मुताबिक मौजूदा समय में प्रदेश के 82 विकास खंड अतिदोहित,47 विकास खंड क्रिटिकल और 151 विकास खंड सेमीक्रिटिकल दर्ज किए गए हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2000 में अतिदोहित व क्रिटिकल विकास खंडों की संख्या केवल 20 थी,जिसमें अब तक करीब सात गुना बढ़ोत्तरी हो चुकी है। वर्ष 2000 तक भू जल उपलब्धता के आधार पर सुरक्षित विकास खंडों की संख्या 745 थी जो 2017 में 540 हो चुकी है। वर्ष 2017 में भू जल संसाधन आकलन में पहली बार शहरी क्षेत्रों को शामिल किया गया। इनमें राजधानी लखनऊ समेत अलीगढ़,मुरादाबाद,गाजियाबाद,मेरठ, बरेली, वाराणसी, प्रयागराज और कानपुर अतिदोहित दर्ज किए गए हैं,जबकि आगरा को क्रिटिकल श्रेणी में रखा गया है। भविष्य में पानी की चुनौतियों का अंदाजा लगाते हुए योगी सरकार ने इससे निपटने की तैयारी पहले ही शुरू कर दी है।

बता दें कि इससे पहले बुंदेलखंड और पश्चिम यूपी के 10 जिलों के 26 विकास खंडों में लागू अटल भू जल योजना का विस्तार अब बाकी के 65 जिलों के सभी 800 विकास खंडों में भी कर दिया गया है। राज्य सरकार ने योजना पर काम काज का पूरा ब्योरा तैयार कर लिया है। 2026 तक चलने वाली योजना के पहले वर्ष में वाटर सिक्योरिटी प्लान का विकास, दूसरे साल में 75 अतिदोहित विकास खंड, तीसरे साल 45 क्रिटिकल विकास खंड, चौथे साल में 137 सेमी क्रिटिकल विकास खंड शामिल होंगे। पांचवें वर्ष में 543 सुरक्षित विकास खंडों में जल संरक्षण का कार्य किया जाएगा।

 

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