Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 13 May, 2021 05:21 PM
कोरोना संकट के दौर में एक तरफ जहां कुछ लोगों में मानवीयता जिंदा देखी जा रही है। वहीं दूसरी और कुछ जगहों से ये उड़न छू भी हो गई है। दरअसल ताजा मामला
एटाः कोरोना संकट के दौर में एक तरफ जहां कुछ लोगों में मानवीयता जिंदा देखी जा रही है। वहीं दूसरी और कुछ जगहों से ये उड़न छू भी हो गई है। दरअसल ताजा मामला उत्तर प्रदेश के एटा जिले से है। जहां एक 90 साल के बुजुर्ग कैदी के पैरों में बेड़ियां डालकर इलाज करने का मामला सामने आया है। वो एक पुराने मामले में जेल की सजा काट रहे हैं।
बता दें बुधवार को सांस लेने में तकलीफ की वजह से उन्हें महिला हॉस्पिटल के नॉन कोविड वार्ड में भर्ती कराया गया है। वहीं इस मामले में महिला हॉस्पिटल में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर का कहना है कि बाबूराम मानसिक समस्या से जूझ रहे हैं। वो बार-बार बेड से उठकर भाग जाते हैं। ऐसे में उन्हें कहीं चोट न लग जाए इसलिए उन्हें बेड़ियों में बांधकर रखा गया है। फिलहाल उनका उपचार जारी है।
आगे बता दें कि बाबूराम कुल्हा हाविवपुर के रहने वाले हैं और उनकी पहचान बलवंत के पुत्र के रुप में हुई है। सांस लेने में हो रही परेशानी की वजह से उन्हें नॉन कोविड वार्ड में भर्ती किया गया है। वे एटा के जिला कारागार में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। पुलिसकर्मी उन्हें बेड से बांधकर बाहर घूमने चले जाते हैं। सोशल मीडिया पर उनके पैर में बेड़ियां बंधी होने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। हालांकि बुजुर्ग के मानवाधिकार हनन के मामले पर कोई भी जवाब नहीं दे रहा है।