Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 25 Oct, 2020 06:54 PM
कहते हैं कि भक्त और भगवान के बीच केवल विश्वास की डोर होती है। ईश्वर को तुलसी पत्ती में भी प्रसन्न होने वाला बताया गया है। वहीं उत्तर प्रदेश हमीरपुर जिले के कुरारा क्षेत्र में एक अधेड़ व्यक्ति...
हमीरपुरः कहते हैं कि भक्त और भगवान के बीच केवल विश्वास की डोर होती है। ईश्वर को तुलसी पत्ती में भी प्रसन्न होने वाला बताया गया है। वहीं उत्तर प्रदेश हमीरपुर जिले के कुरारा क्षेत्र में एक अधेड़ व्यक्ति ने शिवशंकर को प्रसन्न करने के लिए मंदिर में अपनी गर्दन काटकर बलि देने की कोशिश की, जिसके बाद उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
पुलिस अधीक्षक नरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि बेरी गांव के निवासी रुक्मणि विश्वकर्मा (49) ने बेतवा नदी किनारे स्थित प्राचीन कोटेश्वर शिव मंदिर में शनिवार रात अपनी गर्दन पर चाकू से प्रहार किया, जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया। उन्होंने बताया कि "विश्वकर्मा को एंबुलेंस से इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। उसकी हालत में कुछ सुधार आया है।'
पुलिस ने बताया कि रुक्मणि विश्वकर्मा ने अंधविश्वास के कारण अपनी गर्दन काटकर बलि देने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि घटना के समय मंदिर परिसर में काफी संख्या में लोग मौजूद थे, लेकिन अंदर शिव लिंग के पास रुक्मणि अकेले पूजापाठ कर रहा था। चाकू के प्रहार से जख्मी होने के बाद उसके चीखने की आवाज सुनकर लोग अंदर पहुंचे और खून से लथपथ रुक्मणि को अस्पताल पहुंचाया गया।