Edited By Ramkesh,Updated: 16 Mar, 2024 02:06 PM
लोकसभा चुनाव 2024 का ऐलान आज हो जाएगा। ऐसे में जिस प्रत्याशी को जिस भी पार्टी से टिकट मिला गया वह जीत सुनिश्चित करने के लिए जनता का समर्थन अपने पक्ष में करने की तैयारी कर रही है। हम बात कर रहे हैं अम्बेडकर नगर जिले की अकबरपुर लोकसभा सीट जहां पर 2019...
अम्बेडकरनगर: (कार्तिकेय द्विवेदी): लोकसभा चुनाव 2024 का ऐलान आज हो जाएगा। ऐसे में जिस प्रत्याशी को जिस भी पार्टी से टिकट मिला गया वह जीत सुनिश्चित करने के लिए जनता का समर्थन अपने पक्ष में करने की तैयारी कर रहा है। हम बात कर रहे हैं अम्बेडकर नगर जिले की अकबरपुर लोकसभा सीट जहां पर 2019 लोकसभा चुनाव में सपा बसपा गठबंधन के प्रत्याशी रहे रितेश पांडे ने जीत दर्ज की थी लेकिन इस बार वह हाथी की सवारी छोड़ कर भाजपा में शामिल हो गए है। पार्टी ने उन्हें लोकसभा प्रत्याशी भी बनाया है। जब कि समाजवादी पार्टी ने पूर्व मंत्री लालजी वर्मा को टिकट दिया है। जबकि अभी तक बसपा ने किसी प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया है। ऐसे में लड़ाई कड़ी होने वाली है। हालांकि दोनो पार्टी के नेता अपने पक्ष में जनता को लाने के लिए लोगों से जनसंपर्क कर रहे है। अब देखना होगा कि लोकसभा चुनाव में किसे जनता अपना मद देती है।
आप को बता दें कि अंबेडकर नगर जिला मायावती के शासन काल 1995 में बनाया गया था। इसे फैजाबाद जिले से अलग कर 29 सितंबर, 1995 को बनाया गया था। ठीक 12 साल बाद इसे लोकसभा क्षेत्र घोषित कर दिया गया। अंबेडकर नगर संसदीय क्षेत्र बनने से पहले यह अकबरपुर संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आता था। बसपा सुप्रीमो मायावती यहीं से चुनाव जीत कर 3 बार संसद पहुंचीं। इस सीट पर पहली बार 2009 में चुनाव हुआ। 2009 के लोकसभा चुनाव में बसपा के राकेश पांडे ने समाजवादी पार्टी (सपा) के शंखलाल मांझी को हराया था।
वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के हरिओम पांडे ने बसपा के उम्मीदवार राकेश पांडे को हराया। इस सीट को मायावती की सीट के रूप में जाना जाता है। जब यह सीट अकबरपुर लोकसभा सीट थी तब मायावती 1989 में पहली बार यहां से संसद पहुंचीं। इसके बाद 1998, 1999 और 2004 के चुनाव में इस सीट से सांसद चुनी गई। 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने मौजूदा सांसद हरिओम पांडेय का टिकट काट दिया है और मुकुट बिहारी वर्मा पर दांव खेला था लेकिन इस चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था इस सीट पर राकेश पांडे के पुत्र रितेश पांडे ने जीत की थी। हालांकि पांडे ने इस बार बसपा को छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए है पार्टी ने उन्हें 2024 में प्रत्याशी घोषित किया है। फिलहाल 2024 में जनता किसे संसद में भेजती है यह देखने वाली बात होगी।