Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 29 Dec, 2019 11:36 AM
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर गला दबाने और अभद्रता करने का संगीन आरोप लगाया है। कांग्रेस के स्थापना दिवस पर शिरकत करने आयी वाड्रा शनिवार शाम को पार्टी के कुछ पदाधिकारियों के साथ नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में...
लखनऊः कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर गला दबाने और अभद्रता करने का संगीन आरोप लगाया है। कांग्रेस के स्थापना दिवस पर शिरकत करने आयी वाड्रा शनिवार शाम को पार्टी के कुछ पदाधिकारियों के साथ नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में गिरफ्तार किए गए। सेवानिवृत्त आइपीएस अधिकारी एसआर दारापुरी के इंदिरानगर स्थित आवास जा रही है कि उनके काफिले को पुलिस ने गोमतीनगर स्थित फन मॉल के सामने रोक लिया। इस दौरान उनकी पुलिस अधिकारियों के साथ नोकझोंक हुई।
कांग्रेस महासचिव ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनसे मारपीट की और गला दबाया। प्रियंका की दलील थी कि वह निषेधाज्ञा का उल्लघंन कतई नहीं कर रही है और जुलूस नहीं निकाल रहीं है बल्कि किसी से मिलने उसके घर जा रही हैं। इसके बावजूद पुलिसजनों ने उनके साथ अभद्रता की और गला पकडने की कोशिश की। घटना के बाद कांग्रेस मुख्यालय पर आनन-फानन बुलाए गये संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार के इशारे पर शनिवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ पुलिस वालों ने अभद्रता की।
लल्लू ने कहा कि वाड्रा के द्वारा प्रदेश के आम नागरिकों के मुद्दों को उठाने की वजह से राज्य सरकार बौखला गई है और लोकतंत्र की मर्यादाओं को तार-तार कर रही है। आज शाम वाड्रा चार लोगों के साथ सामाजिक कार्यकर्ता और पूर्व आईपीएस एस.आर. दारापुरी के घर जा रही थीं लेकिन रास्ते में जिस तरीके से पुलिसकर्मियों द्वारा उनके साथ र्दुव्यवहार किया गया, उसके लिए सरकार को जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि वाड्रा की गर्दन को दबाने की कोशिश की गई। उनकी मांग है कि इस घटना को अंजाम देने वाले पुलिसकर्मियों की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए ताकि साफ हो कि आखिर किसके इशारे पर पुलिसकर्मियों के ने वाड्रा के साथ अपराधियों की तरह व्यवहार किया गया। कांग्रेस अहिंसात्मक तरीकों से आन्दोलन चलाने की पक्षधर है और मानती है कि प्रदेश सरकार ने एक षडयंत्र के तहत प्रदेश में हिंसा कराने का कार्य किया।
लल्लू ने कहा कि सीएए और एनआरसी के मुद्दे पर सरकार कानून व्यवस्था तो बना नहीं पाई उल्टा प्रदेश के मुख्यमंत्री ऐसे बयान देते रहे जो कि उनकी गरिमा के विरूद्ध है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि आज की घटना प्रदेश के इतिहास में एक काले दिन के रूप में याद की जाएगी। आज जिस तरह से पुलिस प्रशासन ने वाड्रा के साथ र्दुव्यवहार किया वह यह दर्शाता है कि भाजपा सरकार हिंसात्मक तरीकों से वाड्रा की आवाज दबा देना चाहती है। आज हम सबके लिए यह दु:ख भरा दिन है। इंदिरा गांधी और राजीव गांधी, जो देश के लिए शहीद हो गए उनकी पोती व बेटी को जिस तरह से प्रदेश सरकार ने आज हिंसात्मक तरीके से रोकने की कोशिश की है वह लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है। हम मांग करते हैं कि इस घटना की उच्च स्तरीय जांच हो।
संवाददाता सम्मेलन में जितिन प्रसाद ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार बौखलाई हुई है और सुबह से जिस तरीके से हमारे नेता के साथ र्दुव्यवहार किया जा रहा है। सरकार जवाब दे कि क्या लोकतंत्र में किसी को कहीं आने-जाने की इजाजत नहीं है। क्या कहीं जाने के लिए इजाजत लेनी पड़ेगी। धारा 144 की सारे नियम पूरे करने के लिए पुलिस द्वारा जिस तरीके से गुण्डागर्दी का व्यवहार किया गया है इससे लगता है कि सरकार लाठी के दम पर आवाज को दबाना चाहती है।