Edited By Ajay kumar,Updated: 26 Oct, 2023 06:54 PM
संगम नगरी प्रयागराज के 30 मदरसे एसआइटी के रडार पर हैं। यह सभी जांच के दायरे में आ गये है। इन मदरसों को विदेशी फंडिंग, किये जाने की बात भी सामने आई है। एक वर्ष पहले हुई जांच में इसका खुलासा हुआ था।
प्रयागराज: संगम नगरी प्रयागराज के 30 मदरसे एसआइटी के रडार पर हैं। यह सभी जांच के दायरे में आ गये है। इन मदरसों को विदेशी फंडिंग, किये जाने की बात भी सामने आई है। एक वर्ष पहले हुई जांच में इसका खुलासा हुआ था। जिसकी रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी। प्रयागराज में 269 मदरसों में 78 मदरसे ऐसे हैं, जिन्हें मान्यता नहीं दी गयी है, लेकिन उनका संचालन बराबर हो रहा है। इन मदरसों में लगभग 22 हजार छात्र हैं। हलांकि अब अतीक, अशरफ हत्याकाण्ड के बाद से मदरसों की जांच भी एसआईटी कर रही है। ऐसे में जिले के 30 मदरसे जांच के दायरे में आ चुके है। इन मदरसों की फंडिंग की जा रही है। वर्ष 2022-23 व 2023-24 में लगभग नौ करोड़ रुपये की फंडिंग हुई है।
फर्जी कागजात पर चल रहे थे दो मदरसे
प्रयागराज में फर्जी दस्तावेजों के सहारे दो मदरसों के संचालन का मामला सामने आया था। आरोप है कि दोनों मदरसे अनुदान के नाम पर घोटाला कर रहे थे। इन मदरसों की मान्यता रद की जा चुकी है। दोनों मदरसों को कई संस्थाओं से लाखों की फंडिंग हुई थी।
सामूहिक दुष्कर्म के बाद बदनाम हुआ था मदरसा
वर्ष 2007 में 17 जनवरी की रात सामूहिक दुष्कर्म के मामले में करेली का मदरसा बदनाम हुआ था। इस दुस्साहसिक वारदात में अतीक अहमद के भाई अशरफ पर भी आरोप लगा था। उस वक्त अतीक सांसद और अशरफ विधायक था। मदरसे का संचालक संकटमोचन मंदिर वाराणसी में ब्लास्ट हुआ था।