Edited By Anil Kapoor,Updated: 09 Apr, 2024 03:06 PM
Pilibhit News: लोकसभा चुनाव से पहले लोगों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर खासी दिवानगी देखने को मिल रही है। पहली बार तराई के इस शहर में पीएम मोदी के आगमने से उत्साहित एक महिला ने उनके लिए खास बांसुरी बनाई है। बासुंरी की लम्बाई 56 इंच है और इसे...
Pilibhit News: लोकसभा चुनाव से पहले लोगों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर खासी दिवानगी देखने को मिल रही है। पहली बार तराई के इस शहर में पीएम मोदी के आगमने से उत्साहित एक महिला ने उनके लिए खास बांसुरी बनाई है। बासुंरी की लम्बाई 56 इंच है और इसे हिना परवीन ने 3 दिनों में तैयार किया है। तराई के इस शहर का बांसुरी उद्योग देश-विदेश में प्रसिद्ध है। योगी सरकार ने बांसुरी उद्योग को एक जिला एक उत्पाद योजना में शामिल करके नई पहचान दी है। वहीं बांसुरी को भगवा रंग देने के साथ ही मोर पंखी लगाकर आकर्षक ढंग से सजाया गया है।
जनवरी में रामलला के लिए 21 फीट की बांसुरी तैयार कराकर भेजी गई थी
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जब विगत जनवरी में जब अयोध्या में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न हुआ था। उसके बाद यहां से रामलला के लिए 21 फीट की बांसुरी तैयार कराकर भेजी गई थी। लगभग 2 वर्ष पहले पीलीभीत महोत्सव के दौरान 16 फीट लंबी बांसुरी का प्रदर्शन किया गया था। यह विश्व रिकॉर्ड में शामिल है। महोत्सव के दौरान प्रदर्शित की गई उस बांसुरी को अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त बांसुरी वादक पंडित राजेंद्र प्रसाद ने बजाकर भी देखा था।
पीलीभीत की हिना परवीन ने 3 दिनों में तैयार की बांसुरी
पीलीभीत के लाल रोड पर स्थित कारीगर हिना परवीन ने 3 दिनों में कड़ी मेहनत करके 56 इंच की इस खास बांसुरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए तैयार किया है। उनके पौत्र मोहम्मद जकी ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी की तरफ से इस बांसुरी को तैयार करने का ऑर्डर मिला था। उसी के मुताबिक बांसुरी को तैयार किया गया है। बांसुरी को भगवा रंग देने के साथ ही मोर पंखी लगाकर आकर्षक ढंग से सजाया गया है।
पीलीभीत की बांसुरी को मिल चुका है जीआई टैग
बताया जा रहा है कि पिछले दिनों केंद्र सरकार की ओर से पीलीभीत की बांसुरी को जीआई टैग भी प्राप्त हो चुका है। इस टैग के मिल जाने के बाद पूरे देश में कहीं पर भी कोई अन्य पीलीभीत के नाम से बांसुरी बनाकर नहीं बेच सकेगा। वहीं इसके बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यहां की बनी बांसुरी स्मृति चिह्न के तौर पर भेंट करने की तैयारी है।