Edited By Pooja Gill,Updated: 24 Oct, 2023 03:57 PM
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखनाथ मंदिर में दशहरा या विजयादशमी उत्सव की शुरुआत मंगलवार सुबह श्रीनाथ जी (गुरु गोरखनाथ के रूप में भगवान शिव के अवतार) को समर्पित एक विशेष पूजा के साथ हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ...
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखनाथ मंदिर में दशहरा या विजयादशमी उत्सव की शुरुआत मंगलवार सुबह श्रीनाथ जी (गुरु गोरखनाथ के रूप में भगवान शिव के अवतार) को समर्पित एक विशेष पूजा के साथ हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरक्षपीठाधीश्वर की पोशाक पहनकर परंपरा का पालन करते हुए श्रीनाथ जी की पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री ने करबद्ध होकर श्रीनाथ जी और सभी देव विग्रहों की परिक्रमा भी की। इस दौरान नाथपंथ के परंपरागत विशेष वाद्य यंत्र नागफनी, शंख, ढोल, घंट, डमरू की गूंज से पूरा मंदिर परिसर भक्ति सागर में हिलोरें ले रहा था।
CM ने सभी देवताओं के लिए एक विशेष पूजा-अर्चना की
मंदिर प्रशासन के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने श्रीनाथ जी की पूजा के बाद मंदिर में सभी देवताओं के लिए एक विशेष पूजा-अर्चना भी की। इसके बाद मुख्यमंत्री ने श्रीनाथ जी और मंदिर में सभी देव प्रतिमाओं की परिक्रमा की तथा राज्य के लोगों की भलाई एवं समृद्धि के लिए प्रार्थना की। इस दौरान पूरे मंदिर परिसर में नाथ संप्रदाय के पारंपरिक वाद्ययंत्र नागफनी, शंख, ढोल, घंट और डमरू की गूंज रही। इससे माहौल भक्तिमय हो गया।
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सीएम योगी ने गौ-सेवा भी की
इसके बाद सीएम योगी ने मंदिर में ही कन्या पूजन किया। सीएम ने पहले कुंवारी कन्याओं और बटूक भैरो के थाल में पैर धुले और फिर उन्हें अपने हाथों से परोसकर भोजन कराया। भोजन के बाद सीएम ने सभी को दक्षिणा देकर उनका आशीर्वाद लिया और विदा किया। वहीं, सीएम योगी ने विशेष पूजा की प्रक्रिया के एक भाग के रूप में गौ-सेवा भी की। उन्होंने गाय को तिलक लगाया और घास, गुड़ तथा अन्य प्रसाद खिलाते हुए आशीर्वाद प्राप्त किया। इसने बताया कि गोरक्षपीठाधीश्वर ने भीम सरोवर की भी पूजा की और इसमें मौजूद मछलियों को दाना खिलाया।