अब विद्यार्थी पढ़ेंगे अपने जिले की गाथा, NCERT की पुस्तकों में जोड़ा जाएगा यूपी के लिए स्पेशल अघ्याय

Edited By Ramkesh,Updated: 17 Mar, 2025 02:47 PM

now students will read the story of their district special chapter for up

परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र नए सत्र से प्रदेश के हर जिले की खासियत पढ़ेंगे। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की पुस्तकों में नए सत्र से परिवर्तन किया गया है। तीसरी और छठवीं कक्षा की किताबों में यह परिवर्तन उत्तर...

नोएडा ( गौरव ): परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र नए सत्र से प्रदेश के हर जिले की खासियत पढ़ेंगे। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की पुस्तकों में नए सत्र से परिवर्तन किया गया है। तीसरी और छठवीं कक्षा की किताबों में यह परिवर्तन उत्तर प्रदेश से संबंधित है। इसमें यूपी स्पेशल जोड़ा जा रहा है। विभाग के मुताबिक सभी जनपद की अपनी एक खासियत होती है। इस विषय को यूपी स्पेशल में परिषदीय स्कूलों के विद्यार्थी पढ़ाया जाएगा।

यह होने जा रहे परिवर्तन
जैसे ग्रेटर नोएडा की खासियत रावण की जन्मभूमि से लेकर द्रोणाचार्य और नोएडा एयरपोर्ट के बारे में छात्र जान सकेंगे। साथ ही यूपी के स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान से लेकर प्राचीन इतिहास, धर्म संस्कृति से जुड़े स्थल, वैज्ञानिक योगदान, भूगोल, जनसंख्या समेत पढ़ाया जाएगा।

जनपद की पौराणिक और आधुनिकता के बारे में होगी जानकारी
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) के नोडल अधिकारी राजेश खन्ना ने बताया, यूपी स्पेशल किताब में प्रदेश के हर जनपद की पौराणिक से लेकर आधुनिकता के बारे में जानकारी होगी। इसके माध्यम से उत्तर प्रदेश के बारे में प्रचुर जानकारी देकर छात्रों को प्रदेश की जानकारी से समृद्ध करना है। अंग्रेजी विषय की पुस्तक में परिवर्तन को लेकर आंग्ल भाषा शिक्षण संस्थान में कार्यशाला भी इस वर्ष तीसरी और छठवीं कक्षा की पुस्तकों में बदलाव किया जा रहा है। हिंदी, अंग्रेजी और सामाजिक विज्ञान की पुस्तकों में बदलाव करके अगले सत्र से इनको लागू कर दिया जाएगा। कक्षा तीन और छठवीं कक्षा में बच्चों की समझ के अनुसार पुस्तकों में बदलाव के लिए उत्तर प्रदेश के महापुरुष, क्रांतिकारी, प्रमुख मेले, तीर्थस्थान, पक्षी विहार, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल, मुख्यमंत्रियों का क्रम, इतिहास और जनसंख्या आदि से संबंधित तथ्य जोड़े जा रहे हैं।

2019 से यूपी के स्कूलों में एनसीईआरटी की पुस्तकों से हो रहा पठन- पाठन
आप को बता दें कि 2019 के सत्र में उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में एनसीईआरटी की पुस्तकों का चलन शुरू कर दिया गया था। कक्षा एक व दो के छात्र भी परिषदीय स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबें पढ़ रहे हैं। जिले की स्थापना से लेकर यमुना के किनारे बसे दनकौर कस्बे की धार्मिक व ऐतिहासिक धरोहर के बारे में जानकारी राज्य शैक्षिक अनुसंधान परिषद (एससीईआरटी) को भेजी गई है।

महाभारत के प्रमुख चरित्र पांडवों और कौरवों के गुरु द्रोणाचार्य की कर्मस्थली दनकौर प्राचीन ऐतिहासिक नगरी है। पुरातत्व विभाग ने वर्ष 2023 में प्राचीन मंदिर व तालाब को राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया था। नौ दशकों से प्रतिवर्ष श्री कृष्ण जन्मोत्सव पर दनकौर में प्रसिद्ध द्रोण मेला आयोजित किया जाता है। दनकौर के पास ही मुंहफाड़ गांव में अश्वत्थामा का मंदिर भी है। स्थानीय लोगों का मानना है कि रात में आज भी अश्वत्थामा विचरण करते हैं। जेवर ब्लॉक में बलदाऊ जी का भी मंदिर है, दूर-दूर से यहां श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। गौतमबुद्ध नगर के बिसरख गांव में रावण का मंदिर है, जो कि रावण की जन्मस्थली (ननिहाल) मानी जाती है। 1857 की क्रांति में दादरी के राजा राव उमरावसिंह ने अंग्रेजों के दांत खट्टे किए थे। जेवर ब्लॉक में एशिया का सबसे बड़ा नोएडा एयरपोर्ट भी बन रहा है। इसके साथ ही खेल जगत की जानकारी भी छात्र पढ़ेंगे।

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