Edited By Mamta Yadav,Updated: 28 Jun, 2024 02:12 AM
उत्तर प्रदेश सरकार आम नागरिकों को बेहतर पुलिसिंग देने का दावा कर रही है और पुलिस अधिकारियों को आम जनता से बेहतर बर्ताव करने के साथ-साथ उनका भरोसा जीतने के साथ-साथ न्याय देने की हिदायत दे रही है लेकिन अधीनस्त सरकार के दावों को ताक़ पर रखकर मनमर्जी...
Meerut News, (आदिल रहमान): उत्तर प्रदेश सरकार आम नागरिकों को बेहतर पुलिसिंग देने का दावा कर रही है और पुलिस अधिकारियों को आम जनता से बेहतर बर्ताव करने के साथ-साथ उनका भरोसा जीतने के साथ-साथ न्याय देने की हिदायत दे रही है लेकिन अधीनस्त सरकार के दावों को ताक़ पर रखकर मनमर्जी करने पर तुले हुए हैं। ऐसा ही एक मामला मेरठ में सामने आया है जहां एंटी करप्शन टीम ने उत्तर प्रदेश पुलिस के एक दारोगा को 20000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ धर दबोचा।
दरअसल, मेरठ के देहात क्षेत्र के थाना सरूरपुर की खिवाई चौकी पर दरोगा आशुतोष कुमार चौकी इंचार्ज के रूप में नियुक्त है। बताया जा रहा है कि मारपीट के एक मामले में एफआर लगाने के लिए दारोगा आशुतोष कुमार पीड़ित व्यक्ति से 20000 रुपये की रिश्वत मांग रहे थे जिसकी शिकायत पीड़ित ने एंटी करप्शन टीम से की तो टीम ने जाल बिछाया और दारोगा को 20000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ धर दबोचा।
गौरतलब है कि शिकायतकर्ता महबूब ने कस्बे के ही रहने वाले व्यक्ति को 80000 रुपये उधार दिए थे और लगातार अपने पैसे मांगने पर दबंगों ने महबूब के पैसे नहीं लौटाए, उल्टा दबंगों ने महबूब के खिलाफ झूठा मुकदमा लिखवा दिया था। इस मुकदमे की विवेचना दारोगा आशुतोष कुमार कर रहे थे और इसी मुकदमे में एफआर लगाने के नाम पर दारोगा आशुतोष कुमार महबूब से 20000 रुपये की रिश्वत मांग रहे थे। पीड़ित महबूब ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम से की तो एंटी करप्शन टीम ने जाल बिछाया और आज दरोगा आशुतोष कुमार को 20000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ धर दबोचा। रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए दारोगा आशुतोष कुमार ने मार्च 2023 में नौकरी ज्वाइन की थी और दारोगा को नौकरी में आए कुल 14 महीने ही हुए थे और आज एंटी करप्शन टीम ने दारोगा को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है।