Edited By Mamta Yadav,Updated: 24 Jan, 2025 08:25 PM
शामली जिले में 4 खूंखार अपराधियों को मार गिराने के ऑपरेशन में घायल हुए जांबाज इंस्पेक्टर सुनील वीरगति को प्राप्त हो गए। जांबाज इंस्पेक्टर के शहीद होने की सूचना जैसे ही विभाग को पता चली तो विभाग में भी हड़कंप मच गया और सभी की आंखें नम हो गईं। जहां...
Meerut News, (आदिल रहमान): शामली जिले में 4 खूंखार अपराधियों को मार गिराने के ऑपरेशन में घायल हुए जांबाज इंस्पेक्टर सुनील वीरगति को प्राप्त हो गए। जांबाज इंस्पेक्टर के शहीद होने की सूचना जैसे ही विभाग को पता चली तो विभाग में भी हड़कंप मच गया और सभी की आंखें नम हो गईं। जहां गुरुवार शहीद इंस्पेक्टर सुनील का पार्थिव शरीर पहले मेरठ के पुलिस लाइन पहुंचा जहां सभी आला पुलिस अधिकारियों ने शहीद इंस्पेक्टर सुनील को श्रद्धांजलि देते हुए गार्ड ऑफ ऑनर दिया। जिसके बाद शहीद इंस्पेक्टर सुनील का पार्थिव शरीर उनके पैतृक आवास इंचौली क्षेत्र के मसूरी गांव ले जाया गया जहां शहीद इंस्पेक्टर सुनील को पांच तत्व में विलीन कर दिया गया।
दरअसल, शामली जिले में एसटीएफ के द्वारा एक ऑपरेशन को अंजाम दिया गया था। इस ऑपरेशन में एसटीएफ ने 4 खूंखार अपराधियों को मार गिराया था जोकि मुस्तफा कग्गा गैंग के शातिर अपराधी थे। मुठभेड़ में ढेर हुए बदमाशों में एक लाख रुपए का इनामी अरशद भी शामिल था जोकि एसटीएफ के द्वारा मार गिराया गया। वहीं इस ऑपरेशन में एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे जिन्हें इलाज के लिए गुरुग्राम के वेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान घायल इंस्पेक्टर सुनील वीरगति को प्राप्त हो गए।
शहीद हुए इंस्पेक्टर सुनील का पार्थिव शरीर मेरठ के पुलिस लाइन लाया गया जहां आला पुलिस अधिकारियों ने शहीद इंस्पेक्टर सुनील को श्रद्धांजलि अर्पित की। जिसके बाद एडीजी मेरठ ज़ोन, डीआईजी मेरठ रेंज, एसएसपी समेत सभी आला पुलिस अधिकारियों ने सुनील के पार्थिव शरीर को कंधा दिया और शहीद इंस्पेक्टर सुनील को गार्ड ऑफ ऑनर देकर उनके पार्थिव शरीर को इंचौली क्षेत्र के मसूरी गांव ले जाया गया जोकि उनके पैतृक गांव है। जहां शहीद इंस्पेक्टर सुनील को मुखाग्नि देते हुए पंच तत्व में विलीन कर दिया गया। इस दौरान हजारों की भीड़ शहीद इंस्पेक्टर को अंतिम विदाई देने के लिए उमड़ी और हर किसी की आंखें नम नजर आईं।
वहीं शहीद हुए इंस्पेक्टर सुनील के बचपन के दोस्त सुरेंद्र सिंह ने बताया कि शहीद हुए इंस्पेक्टर सुनील की दिलेरी का हर कोई मुरीद था और शहीद हुए इंस्पेक्टर सुनील बड़े ही सरल मिजाज के व्यक्ति थे और हर किसी के काम आने वाले व्यक्ति भी थे जोकी सबसे मिलजुल कर रहा करते थे और उनके जाने से परिवार पर दोहरी मार पड़ी है। जहां उनके परिवार का एक व्यक्ति कम हुआ है तो उनकी ताकत भी कम हुई है क्योंकि शहीद हुए इंस्पेक्टर सुनील उनकी ताकत भी थे।