Edited By Deepika Rajput,Updated: 11 Sep, 2018 11:35 AM
2019 लोकसभा चुनाव की हलचल हर जगह देखने को मिल रही है। चुनाव का समय जैसे-जैसे करीब आ रहा है वैसे-वैसे राजनीति घटनाक्रम भी तेजी से करवट ले रहा है।
लखनऊः 2019 लोकसभा चुनाव की हलचल हर जगह देखने को मिल रही है। चुनाव का समय जैसे-जैसे करीब आ रहा है वैसे-वैसे राजनीति घटनाक्रम भी तेजी से करवट ले रहा है। इस बीच चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश के बंटवारे का मुद्दा एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार यह मुद्दा आम आदमी पार्टी ने उठाते हुए इसके समर्थन में आंदोलन शुरू करने का ऐलान किया है।
आप के प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश एक विशाल राज्य है और आबादी के लिहाज से देखें तो इसे दुनिया का 5वां सबसे बड़ा राज्य माना जा सकता है। इतने बड़े सूबे का असल मायने में विकास कर पाना अब व्यावहारिक दृष्टि से दूभर है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी छोटे राज्यों की पक्षधर है। वह उत्तर प्रदेश को 4 हिस्सों में बांटने की हिमायत करती है और वह इस मांग को लेकर आंदोलन भी करेगी। पार्टी इस आंदोलन की रणनीति 2-4 दिन में तय कर लेगी।
पत्रकार द्वारा पूछे जाने पर की उत्तर प्रदेश के विभाजन का दूसरी पार्टियां कड़ा विरोध जता चुकी हैं। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी भी छोटे राज्यों के गठन की हिमायती है। बुंदेलखंड के लोग, पूर्वांचल के निवासी और पश्चिमी क्षेत्र के बाशिंदे भी अपने लिए अलग राज्य की मांग अर्से से कर रहे हैं। यह जनभावना का सवाल है, जिस पर पार्टियों को गंभीरता से विचार करना चाहिए।
बता दें कि, इससे पहले मायावती सरकार ने बंटवारे की मांग को उठाया था। 2011 में मायावती सरकार ने राज्य विधानसभा में यूपी को 4 राज्यों पूर्वांचल, बुंदेलखंड, पश्चिम प्रदेश और अवध प्रदेश में बांटने का प्रस्ताव पारित कराकर केंद्र के पास भेजा था।