Edited By Mamta Yadav,Updated: 23 Jun, 2023 04:49 PM
उत्तर प्रदेश के मेरठ पहुंचे शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद और भाजपा सांसद के बीच लव जिहाद के मुद्दे पर बहस हो गई। देखते ही देखते मामला तूल पकड़ लिया जिसके बाद शंकराचार्य ने भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर जमकर कटाक्ष किए। इतना ही नहीं...
Meerut News, (आदिल रहमान): उत्तर प्रदेश के मेरठ पहुंचे शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद और भाजपा सांसद के बीच लव जिहाद के मुद्दे पर बहस हो गई। देखते ही देखते मामला तूल पकड़ लिया जिसके बाद शंकराचार्य ने भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर जमकर कटाक्ष किए। इतना ही नहीं उन्होंने न सिर्फ भाजपा सांसद बल्कि प्रधानमंत्री पर कटाक्ष कर डाला।
दरअसल, मेरठ के गढ़ रोड स्थित राजराजेश्वरी मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद पहुंचे थे। इस दौरान अपनी बात को कहते हुए उन्होंने कहा कि एक तरफ तो भारतीय जनता पार्टी लव जिहाद का विरोध करती है तो दूसरी तरफ प्रधानमंत्री संघ प्रचारक रामलाल की बेटी की शादी में आशीर्वाद देने पहुंच जाते हैं जबकि उनकी बेटी की शादी मुस्लिम युवक से हुई है। इस बात पर मंदिर में मौजूद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पदाधिकारी भड़क गए और शंकराचार्य के साथ उनकी बहस होने लगी। संघ कार्यकर्ता इस बात को बता रहे थे कि संघ पदाधिकारी रामलाल अविवाहित है और शादी उनकी भतीजी की थी जिसमें प्रधानमंत्री शिरकत करने पहुंचे थे।
इस बात पर शंकराचार्य ने जवाब देते हुए कहा कि भतीजी भी बेटी जैसी ही होती है और उन्होंने संघ कार्यकर्ताओं के रवैए पर नाराजगी जताई और उन्हें हिदायत दी कि वह उन्हें ना सिखाएं के क्या बोलना है। इसी गहमागहमी के बीच मेरठ हापुड़ लोकसभा सीट से सांसद राजेंद्र अग्रवाल शंकराचार्य से मिलने पहुंचे और उन्होंने इस विवाद के विषय में जब उनसे बात करनी चाही तो शंकराचार्य ने इस मुद्दे पर बात करने से मना कर दिया। शंकराचार्य ने बताया कि भाजपा सांसद और आरएसएस कार्यकर्ता उल्टा उनसे ही कहने लगे कि वह उनको सन्यासी नहीं मानते जिसके बाद शंकराचार्य ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मोहन वैद्य ने कहा था कि हमारे उत्तर पूर्व के 30,000 स्वयंसेवक गौ मांस खाते हैं।
आज देश में दो तरह के हिंदू हो रहे हैं:अविमुक्तेश्वरानंद
उन्होंने कहा कि हम किसी के खाने पीने पर रोक नहीं लगाते लेकिन जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक गाय का मांस भी खाएं और मुसलमानों में विवाह भी करें, तब भी वो हिंदू और हम उनसे परहेज़ करें तब भी हम हिंदू। यह दोनों कैसे बनेंगे। इसका मतलब है कि 2 तरह के हिंदू हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम तो सनातनी आचार्य हैं और सनातन के ही आचार्य बने रहना चाहते हैं शंकराचार्य के द्वारा दिए गए इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। गौरतलब है कि शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के निधन के बाद स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को ज्योतिष पीठ बद्रीनाथ का प्रमुख बनाया गया था।