Edited By Khushi,Updated: 23 Sep, 2022 03:39 PM
आगरा: डॉक्टरों को यूं ही धरती पर भगवान का दूसरा रूप नहीं कहा जाता है। डॉक्टर कई बार कुछ ऐसा कर जाते हैं जो जिसकी दुनियाभर में मिसाल बन जाती है। ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के आगरा जिले से आया है। जहां एक महिला डॉक्टर भगवान बन कर एक नवजात को मौत के...
आगरा: डॉक्टर को यूं ही धरती पर भगवान का दूसरा रूप नहीं कहा जाता है। डॉक्टर कई बार कुछ ऐसा कर जाते हैं जो जिसकी दुनियाभर में मिसाल बन जाती है। ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के आगरा जिले से आया है। जहां एक महिला डॉक्टर भगवान बन कर एक नवजात को मौत के मुंह से खींच लाई। वह जब तक नवजात के मुंह में सांस भरती रही जब तक बच्ची को सांस नहीं आया। 6 मिनट तक डॉक्टर ने अपने मुंह से बच्ची को सांस दिया, लेकिन बच्ची में कोई हलचल नहीं हुई। फिर भी महिला डॉक्टर ने हिम्मत नहीं हारी। करीब 7 मिनट तक कोशिश करने के बाद नवजात में हलचल होनी शुरू हुई।
दरअसल, यह घटना जिले के सीएचसी में हुई थी। यहां पैदा होते ही नवजात को सांस लेने में परेशानी हो रही थी। यह देखकर परिजनों में मातम का माहौल छा गया था। बच्ची जन्म लेने के बाद न तो रोई थी और न ही उसके शरीर में कोई हलचल हो रही थी।
नवजात को तुरंत ऑक्सीजन भी लगाया गया, लेकिन इससे भी उसके शरीर में हलचल नहीं हुई। यह सब देखने के बाद डॉ सुरेखा चौधरी ने उसे मुंह से सांस देना शुरू किया और वह ऐसा करीब 7 मिनट तक करती रहीं। इसके साथ ही उसकी पीठ को भी वह लगातार सहलाती रहीं।
इसके बाद नवजात के शरीर में हरकत हुई और डॉक्टर सुरेखा माउथ टू माउथ ब्रीथ देकर मौत के मुंह से नवजात को खींच लाईं।
महिला डॉक्टर का कहना है कि वो भी एक मां हैं और एक मां के लिए बच्चे के जीवन की कीमत को वह जानती हैं। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
बता दें कि यह वीडियो मार्च का है और दूसरी बार इसे वायरल किया गया है। वीडियो को जो कोई भी देख रहा है कि वह डॉक्टर महिला की तारीफ कर रहा है। डॉ. सुरेखा ने बच्चे को बचाने के लिए जी जान लगा दी। डिलीवरी के बाद नवजात की सफाई नहीं हुई थी और उसके पूरे शरीर पर खून लगा हुआ था। मगर, इन सब बातों की चिंता किए बिना डॉ. सुरेखा ने तत्काल माउथ टू माउथ रेस्पिरेशन का इस्तेमाल करते हुए बच्चे को मुंह से सांस देना शुरू कर दिया।