Edited By Ramkesh,Updated: 25 Aug, 2020 01:10 PM
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में कोविड अस्पतालों में फैली अव्यवस्था और व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ गांधी जयंती समारोह ट्रस्ट के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया हालांकि पहले से ही प्रस्तावित लखनऊ तक जाने वाली इस पैदल यात्रा को जिला प्रशासन ने रोक दिया ।
बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में कोविड अस्पतालों में फैली अव्यवस्था और व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ गांधी जयंती समारोह ट्रस्ट के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया हालांकि पहले से ही प्रस्तावित लखनऊ तक जाने वाली इस पैदल यात्रा को जिला प्रशासन ने रोक दिया । प्रशासन ने लखनऊ न जाकर यही मांग-पत्र देने का अनुरोध किया। लिहाजा गांधीवादी चिंतक राजनाथ शर्मा की अगुवाई में ये पदयात्रा कलेक्ट्रेट पहुंची और राज्यपाल को सम्बोधित दस सूत्री मांग पत्रअपर जिलाधिकारी को सौंपा।
गौरतलब है कि कोविड अस्पतालों में फैली अव्यवस्था के खिलाफ गांधीवादी और समाजवादी चिंतक राजनाथ शर्मा के संयोजन में निकली ये जनजागरण पदयात्रा लखनऊ तक होनी थी, लेकिन प्रशासन को भनक लगी और सुबह ही प्रशासन पुलिस बल के साथ गांधी भवन पहुंच गया। प्रशासन द्वारा यहीं मांगपत्र देने के अनुरोध पर पदयात्रा कलेक्ट्रेट पर जाकर समाप्त हो गई। यात्रा संयोजक राजनाथ शर्मा ने कहा कि कोरोना के इलाज में दुव्र्यवहार, शोषण और लूट की शिकायतें अब आम हो गई हैं।
सूबे में शायद ही कोई जिला हो जहां इसे लेकर लोग दुखी न हों। उन्होंने आरोप लगाया कि इलाज और इंतजाम के नाम पर शायद या सदी का सबसे बड़ा घोटाला है । दरअसल, राजनाथ शर्मा के सहयोगी की बीते दिनों कोविड जांच पॉजिटिव आई थी। लिहाजा उन्हें कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया था। भर्ती के दौरान अस्पताल में उन्होंने जो अव्यवस्थाएं देखी उसको लेकर मन दुखी हो गया और उन्होंने इन अव्यवस्थाओं के खिलाफ आवाज उठाने का फैसला किया।