Edited By Mamta Yadav,Updated: 25 Feb, 2025 09:41 PM

144 वर्ष बाद लगे प्रयागराज महाकुंभ में देश और दुनिया के कोने-कोने से श्रद्धालुओं का जत्था आस्था की डुबकी लगाने के लिए संगम पहुंच रहा है। कोई हवाई जहाज से तो कोई कार से सफर तय कर पुण्य अर्जित करने के लिए पहुंच रहा है। इस बीच उत्तराखंड का एक ऐसा जत्था...
Kaushambi News, (कुलदीप द्विवेदी): 144 वर्ष बाद लगे प्रयागराज महाकुंभ में देश और दुनिया के कोने-कोने से श्रद्धालुओं का जत्था आस्था की डुबकी लगाने के लिए संगम पहुंच रहा है। कोई हवाई जहाज से तो कोई कार से सफर तय कर पुण्य अर्जित करने के लिए पहुंच रहा है। इस बीच उत्तराखंड का एक ऐसा जत्था भी कौशांबी की सड़कों पर देखने को मिला जोकि तकरीबन 9 सौ किलोमीटर का पैदल सफर तय कर आस्था की डुबकी लगाकर काशी के शिव का अभिषेक करेगा। उत्तराखंड के शिवकुमार व उनके साथियों की भक्ति व आस्था के विषय में जिसने भी सुना उसने दांतो तले उंगली दबा ली।

बता दें कि उत्तराखंड के रहने वाले शिवकुमार व उनके साथियों ने बताया कि 24 दिन से वह लगातार कंधे पर कावड़ रखकर पैदल सफर कर रहे हैं। उनकी मान्यता थी कि वो हरिद्वार से कावड़ लेकर महाकुंभ में डुबकी लगाते हुए काशी विश्वनाथ का शिवरात्रि के अवसर पर जलाभिषेक करेगें। शिवरात्रि तक ना पहुंच पाने के चलते शिव कुमार का कहना था कि हम तो पैदल ही चलेगें जब पहुंचेंगे तभी भोले का जलाभिषेक करेंगे।
