Edited By Ruby,Updated: 17 May, 2018 04:06 PM
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ने राज्य में अपराधों की रोकथाम एवं अपराधियों को सजा दिलाने के लिए ‘डिजिटल आनलाइन डोजियर’ बनाने के निर्देश दिए हैं। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओ पी सिंह मुताबिक ऐसा करने से संदिग्धों के पकड़े जाने के बाद डाटा से मिलान...
लखनऊः उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ने राज्य में अपराधों की रोकथाम एवं अपराधियों को सजा दिलाने के लिए ‘डिजिटल आनलाइन डोजियर’ बनाने के निर्देश दिए हैं। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओ पी सिंह मुताबिक ऐसा करने से संदिग्धों के पकड़े जाने के बाद डाटा से मिलान करके यह ज्ञात किया जा सकेगा कि पकड़े गओ अपराधी की वास्तविक पहचान एवं उसका आपराधिक इतिहास क्या है।
पुलिस महानिदेशक कार्यालय के एक प्रवक्ता के मुताबिक पुलिस का मुख्य कार्य अपराधों की रोकथाम एवं अपराधियों को कानून सम्मत सजा दिलाना है। पुलिस की कार्य कुशलता का आकलन आम जनमानस द्वारा संगठित अपराधों की रोकथाम और ऐसे तत्वों पर प्रभावी कार्यवाही द्वारा ही किया जाता है।
महानिदेशक कार्यालय द्वारा अपराधियों के ‘डिजिटल आनलाइन डोजियर’ बनाने के लिए उप्र पुलिस मोबाइल एप्लीकेशन‘त्रिनेत्र’विकसित किया है। इस कार्य के सुचारू रूप से संचालन हेतु सभी जनपदों में लूट, डकैती, नकबजनी, वाहन चोरी, छिनैती एवं आर्थिक अपराधों आदि में संलिप्त अपराधियों के डिजीटल डोजियर को आनलाइन भरे जाने के लिए अपर पुलिस अधीक्षक या क्षेत्राधिकारी (अपराध), प्रभारी डीसीआरबी, दो कम्प्यूटर आपरेटर और दो आरक्षी की नियुक्ति के निर्देश भी दिए गए हैं।