Edited By Anil Kapoor,Updated: 16 Jul, 2018 11:04 AM
उत्तर प्रदेश में कासगंज जिले के निजामपुर गांब में जो अब तक नहीं हुआ वो आज हो गया। यहां दलित समाज के लोगों को बारात के समय घोड़ी चढ़ने पर पाबंदी थी लेकिन, आज लोगों द्वारा बनाए गए रीति-रिवाज टूट गए और हाथरस के रहने वाले संजय की बारात बैंड-बाजे के साथ...
कासगंज: उत्तर प्रदेश में कासगंज जिले के निजामपुर गांब में जो अब तक नहीं हुआ वो आज हो गया। यहां दलित समाज के लोगों को बारात के समय घोड़ी चढ़ने पर पाबंदी थी लेकिन, आज लोगों द्वारा बनाए गए रीति-रिवाज टूट गए और हाथरस के रहने वाले संजय की बारात बैंड-बाजे के साथ निकली और लोगों ने खूब मस्त होकर डांस किया।
उल्लेखनीय है कि यूपी में कासगंज के निजामपुर गांव की दलित युवती शीतल की शादी अप्रैल में होनी थी, लेकिन उसकी शादी होने से पहले ही विवाद शुरु हो गया। गांव के कुछ दबंग अपने घर के सामने से घोड़ी पर सवार होकर और बाजे के साथ बारात निकालने की मनाही कर रहे थे।
इस पर पीड़िता की मां ने कहा कि यह पहला मामला नहीं है जब गांव के ठाकुर मेरे घर आने वाली बारात को रोक रहे हैं। इससे पहले भी मेरी 3 ननद की शादी हुई थी। एक ननद की बारात गांव में बैंड-बाजे के साथ आधे रास्ते तक पहुंच गई थी। लेकिन जब इस बात का पता ठाकुरों को लगा तो उन्होंने बारात को रास्ते में ही रोक दिया। इसके बाद बारात को बिना बाजे के ही घर के दरवाजे तक आना पड़ा था।