Edited By Deepika Rajput,Updated: 08 Sep, 2018 10:41 AM
यूपी पुलिस भले ही कहे कि वह जनता के दिलों में अपनी जगह बनाने का प्रयास कर रही है, लेकिन मित्र पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आता ही रहता है। एेसा ही एक वाक्या उत्तर प्रदेश के संभल जिले से सामने आया है। यहां पुलिस पर आपसी मारपीट की शिकायत लेकर थाने...
संभलः यूपी पुलिस भले ही कहे कि वह जनता के दिलों में अपनी जगह बनाने का प्रयास कर रही है, लेकिन मित्र पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आता ही रहता है। एेसा ही एक वाक्या उत्तर प्रदेश के संभल जिले से सामने आया है। यहां पुलिस पर आपसी मारपीट की शिकायत लेकर थाने पहुंचे पीड़ित युवक को टार्चर करने का गंभीर आरोप लगा है। पीड़ित युवक ने यूपी सरकार की राज्य मंत्री के आवास पर पहुंचकर आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
मामला संभल जिले के कुढ़ फतेहगढ़ थाने का है। पीड़ित चरण सिंह का आरोप है कि उसका गांव के ही युवक से आपसी विवाद को लेकर झगड़ा हुआ था। जिसकी सूचना उसने पुलिस को दी। पुलिस उसे कुढ़ फतेहगढ़ थाने के पुलिसकर्मियों को सौंप कर चली गई। पुलिस के जाने के बाद थाने में तैनात पुलिसकर्मियों ने उससे मारपीट की। उन्होंने उसकी जेब में रखे 500 रूपए भी छीन लिए। विरोध करने पर उसे जबरन शराब पिलाकर सिगरेट से दागा गया। पीड़ित ने बताया की सिगरेट से दागने और पीटने के बाद पुलिसकर्मी उसे चन्दौसी के सरकारी अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए ले गए। जांच के बाद आरोपी पुलिसकर्मी उसे गांव के पास छोड़कर चले गए।
पीड़ित चरण सिंह कार्रवाई की मांग को लेकर यूपी सरकार में राज्य मंत्री गुलाब देवी के आवास पर पहुंचा और पूरी बात बताई। अब राज्य मंत्री ने पूरे मामले से जिले के एसपी यमुना प्रसाद को अवगत कराया। एसपी यमुना प्रसाद ने चन्दौसी के सीओ को पूरे मामले की जांच सौंपी है।
क्या कहना है राज्य मंत्री गुलाब देवी का
राज्य मंत्री गुलाब देवी का कहना है कि पीड़ित ने बताया है कि पुलिस के द्वारा मेडिकल करवाने ले जाया गया था। पीड़ित का कहना है कि उसके साथ दुर्व्यवहार किया गया है। युवक बता रहा है कि मुझे जलाया गया है। इस संबंध में मैंने एसपी को जांच के निर्देश दिए हैं।