Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Mar, 2018 05:15 PM
कानपुर में एक दलित दम्पति ने ‘भगवत कथा’ में भाग लेने से रोकने वाले अगड़ी जाति के लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर इस्लाम धर्म अपनाने की चेतावनी दी है। पुलिस उप महानिरीक्षक रतनकांत पाण्डेय ने बताया कि रसूलाबाद थाना क्षेत्र के नारखुर्द गांव में...
कानपुरः कानपुर में एक दलित दम्पति ने ‘भगवत कथा’ में भाग लेने से रोकने वाले अगड़ी जाति के लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर इस्लाम धर्म अपनाने की चेतावनी दी है। पुलिस उप महानिरीक्षक रतनकांत पाण्डेय ने बताया कि रसूलाबाद थाना क्षेत्र के नारखुर्द गांव में रहने वाली जया देवी ने आरोप लगाया है कि गत 22 मार्च को वह गांव में भगवत कथा के आयोजन के दौरान आरती करने जा रही थी, तो नरेन्द्र, अजय, रोहित, अम्बिका और चंद्रशेखर नामक लोगों ने उसे बाद में आने को कहा। जब वह फिर आरती की थाल लेकर आई तो आरोपियों ने उसकी थाल फेंक दी।
पाण्डेय के मुताबिक जया का आरोप है कि थाल फेंके जाने का विरोध करने पर आरोपियों ने उसके साथ धक्का-मुक्की की और जातिसूचक अपशब्द भी कहे। इस मामले में गत 26 मार्च को मुकदमा दर्ज किया गया था। उन्होंने बताया कि कल शाम को जया और उसके पति बबलू ने गांव में घोषणा की कि अगर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो वे इस्लाम कुबूल कर लेंगे।
इस दलित दम्पति ने बताया कि मुकदमें के आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। अगर पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगी तो वे इस्लाम कुबूल कर लेंगे। जब आरोपी उन्हें हिन्दू समाज का मानते ही नहीं हैं तो इस्लाम को अपना लेना बेहतर है। बहरहाल, पुलिस उप महानिरीक्षक ने कहा कि दलित महिला को आरती में जाने से रोकने के आरोप की जांच की जा रही है। अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।