कभी कांग्रेस का सबसे मजबूत गढ़ रहा प्रतापगढ़, इस बार सपा प्रत्याशी के लिए करना पड़ेगा चुनाव प्रचार

Edited By Ajay kumar,Updated: 31 Mar, 2024 11:02 AM

congress was crowned 10 times in pratapgarh now just a horseman

उत्तर प्रदेश की कई सीटें कांग्रेस का गढ़ हुआ करती थीं, जिसमें एक सीट प्रतापगढ़ है। जिले की कालाकांकर रियासत के राजा रामपाल सिंह कांग्रेस के संस्थापक सदस्यों में शामिल रहे। जनपद के पहले सांसद पंडित मुनीश्वर दत्त उपाध्याय कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में...

प्रतापगढ़: उत्तर प्रदेश की कई सीटें कांग्रेस का गढ़ हुआ करती थीं, जिसमें एक सीट प्रतापगढ़ है। जिले की कालाकांकर रियासत के राजा रामपाल सिंह कांग्रेस के संस्थापक सदस्यों में शामिल रहे। जनपद के पहले सांसद पंडित मुनीश्वर दत्त उपाध्याय कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में रहे। राजा दिनेश सिंह सांसद बनने के बाद देश के विदेश मंत्री बने थे। उनकी बेटी राजकुमारी रत्ना सिंह यहां से तीन बार सांसद चुनी गईं। इसके बाद से कांग्रेस जद्दोजहद कर रही है। लोकसभा चुनाव में पहली बार कांग्रेस सीधी लड़ाई में नहीं है। वह आइएनडीआईए गठबंधन से सपा प्रत्याशी के लिए वोट मांगेगी।

प्रतापगढ़ संसदीय सीट से सबसे ज्यादा 10 बार जीत चुकी है कांग्रेस
प्रतापगढ़ संसदीय क्षेत्र की राजनीति में पं. मुनीश्वरदत्त उपाध्याय, राजा दिनेश सिंह, राजा अजीत प्रताप सिंह, प्रो. वासुदेव सिंह, प्रमोद तिवारी, रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के नाम से जिले की पहचान है। प्रतापगढ़ जनपद धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी की जन्मस्थली और महात्मा बुद्ध के तपोस्थली के रूप में भी जाना जाता है। 39 लोकसभा सीट प्रतापगढ़ पर अब तक 17 चुनाव हो चुके हैं, जिसमें सबसे अधिक सत्ता में कांग्रेस पार्टी रही। कांग्रेस ने यहां 10 बार जीत दर्ज की है। वर्ष 1977 में भारतीय लोकदल से रूपनाथ सिंह यादव, 1991 में जनता दल से राजा अभय प्रताप सिंह, 1998 में भाजपा से डा.राम विलास वेदांती, 2004 में सपा से अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल जी, 2014 में अपना दल के हरिवंश सिंह को छोड़कर इस संसदीय सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा।

2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी संगम लाल गुप्ता जीते
2019 के लोकसभा चुनाव में यहां से भाजपा के संगम लाल गुप्ता ने बसपा के अशोक त्रिपाठी को हराकर चुनाव जीता था। संगम लाल गुप्ता को 4,36,291 वोट में मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर रहने वाले अशोक त्रिपाठी को 3,18,539 वोट मिले थे। भाजपा प्रत्याशी ने 1,17,752 मतों के अंतर से बसपा प्रत्याशी पर जीत दर्ज की थी। चुनाव में तीसरे नंबर पर कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमारी रत्ना सिंह थीं, जिनको 77,096 वोट मिले थे।

इंडिया गठबंधन में सपा को मिली सीट
इस बार आइएनडीआईए के गठबंधन में यहां की सीट सपा को मिली है। इस कारण कांग्रेस का प्रत्याशी यहां से चुनाव मैदान में नहीं रहेगा। कांग्रेस पार्टी गठबंधन धर्म का पालन करते हुए सपा प्रत्याशी के लिए प्रचार करेगी। 10 बार यहां की सीट पर जीत दर्ज करने वाली कांग्रेस पार्टी इस बार महज खेवनहार रहेगी।

प्रतापगढ़ से डॉ. एसपी सिंह पटेल को सपा ने बनाया प्रत्याशी 
समाजवादी पार्टी प्रतापगढ़ से डॉ. एसपी सिंह पटेल (शिवपाल सिंह पटेल) को लोकसभा उम्मीदवार बनाया है। डॉ. एसपी सिंह पटेल उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध शिक्षाविद् हैं। लखनऊ पब्लिक स्कूल्स एंड कॉलेज, उत्तर भारत की एक ख्याति प्राप्त संस्था है। एसपी सिंह पटेल इसके मालिक हैं। जिसके छात्र-छात्राएं अपने देश के अतिरिक्त विभिन्न देशों में अच्छे-अच्छे पदों पर कार्यरत हैं। गुणवत्ता परक शिक्षा में लखनऊ पब्लिक स्कूल्स पिछले 40 वर्षों में नए-नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। लखनऊ पब्लिक स्कूल की स्थापना 1983 में हुई। जिसकी शाखा लखनऊ, माधवगंज हरदोई, सीतापुर, लखीमपुर और नई दिल्ली में है। एसपी सिंह पटेल का जन्म 1 जनवरी 1956 में सदरपुर हरदोई में हुआ है। इन्होंने एमएससी बॉटनी से और पीएचडी किया है। ये शिक्षाविद् एवं समाजसेवी हैं।

गठबंधन धर्म का ईमानदारी और निष्ठा के साथ पालन किया जाएगाः कांग्रेस जिलाध्यक्ष
कांग्रेस के जिलाध्यक्ष डा. लालजी त्रिपाठी ने कहा कि गठबंधन धर्म का ईमानदारी और निष्ठा के साथ पालन किया जाएगा। इंडिया गठबंधन के सपा प्रत्याशी डॉ. एसपी सिंह पटेल को कांग्रेस पार्टी अपना उम्मीदवार मान कर वोट मांग रही है।

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