'सभी लोग भारत को विकसित बनाने का लें संकल्प', महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के 91वें संस्थापक सप्ताह समारोह में बोले CM योगी

Edited By Harman Kaur,Updated: 04 Dec, 2023 03:46 PM

cm yogi spoke at the 91st founder s week celebration of maharana

गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज गोरखपुर में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के 91वें संस्थापक सप्ताह समारोह का उद्घाटन किया। सीएम योगी ने कहा कि महाराणा प्रताप, महंत दिग्विजयनाथ, महंत अवेद्यनाथ जैसे ऋषि मुनि और महापुरुष का एक ही ध्येय ‘राष्ट्र...

गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज गोरखपुर में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के 91वें संस्थापक सप्ताह समारोह का उद्घाटन किया। सीएम योगी ने कहा कि महाराणा प्रताप, महंत दिग्विजयनाथ, महंत अवेद्यनाथ जैसे ऋषि मुनि और महापुरुष का एक ही ध्येय ‘राष्ट्र प्रथम' का रहा है। उन्होंने कहा कि सभी लोग भारत को विकसित बनाने का संकल्प लें।

सीएम योगी ने कहा लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए हर संभव प्रयास करें। जीवन के लक्ष्य की ओर बढ़ने का प्रयास करें। राष्ट्र प्रथम के भाव से काम करने से ही सफलता हासिल होगी। सभी लोग भारत को विकसित बनाने का संकल्प लें। सीएम योगी ने कहा कि संकट में भी महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद ने हमेशा सकारात्मक काम किया है। इस बात पर हमें गर्व है। उन्होंने कहा कि हर राह किसी न किसी मंजिल तक पहुंचाती है। जरूरत सही मंजिल के लिए सही राह चुनने की है। वर्तमान में 142 करोड़ देशवासियों का लक्ष्य देश को विकसित और दुनिया की सबसे बड़ी ताकत बनाना है। विकसित व आत्मनिर्भर भारत की राह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव में दिए गए पंच प्रण हैं।

ये भी पढ़ें....
- 'इंडिया एलायंस पर नहीं पड़ेगा हार का असर', विधानसभा चुनाव नतीजों पर बोले सपा नेता शफीकुर्रहमान बर्क
यूपी में तेंदुए का आतंक; खेलने गई 8 साल की बच्ची को उठा ले गया तेंदुआ, जंगल में मिला क्षत-विक्षत शव


सीएम योगी ने कहा कि महाराणा प्रताप शौर्य, स्वाभिमान और स्वावलंबन की प्रतिमूर्ति हैं। देश को ऐसी ही भावनाओं से जोड़ते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी के अमृत वर्ष में पंच प्रण की राह पर चलने का लक्ष्य दिया है। पंच प्रण यानी गुलामी की मानसिकता से मुक्ति, विरासत का सम्मान, महापुरुषों, लोक कलाओं परम्पराओं पर गौरव, एकता का संकल्प और नागरिक कर्तव्यों का निर्वहन। देश की 142 करोड़ आबादी यदि पंच प्रण के अनुरूप राष्ट्र प्रथम की भावना से काम करे तो विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने और देश को दुनिया की सबसे बड़ी ताकत बनने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय जाति, क्षेत्र और भाषा के नाम पर वही लोग बांटना चाहते हैं। जो भारत को दुनिया की सबसे बड़ी ताकत के रूप में नहीं देखना चाहते। उन्होंने आह्वान किया कि 142 करोड़ लोगों के भारत को एकजुट रहकर विखंडन की खाई को चौड़ा नहीं होने देना है।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!