Edited By Ramkesh,Updated: 26 Jun, 2025 01:37 PM

उत्तर प्रदेश में इटावा जिले के दांदरपुर गांव में यादव जाति के कथा वाचक और उसके सहयोगी के साथ हुई अमानवीय घटना के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। दरअसल, पुलिस ने दोनों कथा वाचकों के खिलाफ छेड़खानी और फर्जी आधार कार्ड बनाने के मामले में इटावा के बकेवर...
इटावा (अरवीन): उत्तर प्रदेश में इटावा जिले के दांदरपुर गांव में यादव जाति के कथा वाचक और उसके सहयोगी के साथ हुई अमानवीय घटना के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। दरअसल, पुलिस ने दोनों कथा वाचकों के खिलाफ छेड़खानी और फर्जी आधार कार्ड बनाने के मामले में इटावा के बकेवर पुलिस थाने में पुलिस ने केस दर्ज किया है।
आप को बता दें कि इटावा जिले के दांदरपुर गांव में कथित तौर पर 21 जून को ब्राह्मण समुदाय के लोगों ने यादव जाति के एक कथा वाचक और उसके सहयोगी का सिर मुंडवा दिया था घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर आया जिसपर संज्ञान लेते हुए पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने पत्रकारों को बताया कि जिस व्यक्ति का सिर मुंडवाया गया था, उसकी शिकायत के आधार पर इटावा जिले के बकेवर थाने में मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि मुख्य आरोपी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है और अपर पुलिस अधीक्षक को घटना की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। एसएसपी ने बताया कि उक्त घटना के संबंध में दूसरे पक्ष का कहना है कि कथावाचकों ने उनसे जाति छिपाई। पत्रकारों से बातचीत में पीड़ित कथा वाचक ने कहा, ‘‘ मैं पहले एक निजी स्कूल संचालित करता था लेकिन सरकार ने स्कूल बंद करवा दिया, इसलिए मैं भागवत कथा करने लगा और कथा वाचक मुकुट मणि का सहायक बन गया।'
उसने कहा, ‘‘हमें 21 जून से दांदरपुर गांव में भागवत कथा के लिए बुलाया गया था। हमसे हमारी जाति पूछी गई। इसके बाद मुझे पूरी रात प्रताड़ित किया गया और मेरे बाल मुंडवा दिए गए।'' घटना को लेकर समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल पीड़ितों के साथ एसएसपी से मिला और उन्हें न्याय दिलाने की मांग की।