Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 11 Aug, 2018 11:22 AM
प्रदेश में योगी सरकार ने शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए तमाम दावे और वादे किए हो, लेकिन कुछ शिक्षक अपनी पुरानी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। मामला हमीरपुर के गोहाण्ड ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय टीकुर गांव का है...
हमीरपुरः प्रदेश में योगी सरकार ने शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए तमाम दावे और वादे किए हो, लेकिन कुछ शिक्षक अपनी पुरानी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। मामला हमीरपुर के गोहाण्ड ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय टीकुर गांव का है। यहां बच्चे पढ़ने के बजाए स्कूल में झाड़ू लगाने को मजबूर हैं। जिन हाथों में किताब और कलम होनी चाहिए उन हाथों में झाड़ू पकड़ा दी गई है। ऐसे में बच्चे कैसे पढ़ेंगे और कैसे बढ़ेंगे।
एक के बाद एक सरकारी स्कूलों की बदहाल तस्वीर सामने आ रही है। कही स्कूलों में बच्चों से झाड़ू लगवाई जा रही है। कहीं बच्चों से बर्तन धुलवाए जा रहे हैं और पानी भरवाया जा रहा है। सरकार का नारा है कि सब पढ़े, सब बढ़े, पर विद्यालयों में बच्चों से झाडू और साफ-सफाई कराई जा रही है। इन सब के बारे में जब अधिकारियों से बातचीत की जाती है तो वह पल्ला झाड़ते नजर आते हैं।