बायोटेक सिस्टम से गंगा-गोदावरी को निर्मल करेगा BHU-IIT
Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 23 Jul, 2020 10:03 AM
काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बायोटेक सिस्टम से गंगा एवं गोदावरी नदी को निर्मल करेगा। संस्थान के निदेशक प्रो0 प्रमोद कुमार जैन ने बताया कि
वाराणसीः काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बायोटेक सिस्टम से गंगा एवं गोदावरी नदी को निर्मल करेगा। संस्थान के निदेशक प्रो0 प्रमोद कुमार जैन ने बताया कि वाराणसी में गंगा नदी के निर्मलीकरण के लिए एकीकृत रिमोट सेंसिंग का उपयोग किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि बायोटेक सिस्टम का उपयोग गोदावरी डेल्टा और गंगा नदी के चयनित स्थलों पर किया जाएगा। इन स्थानों पर जल निकायों के प्रदूषण के बिंदु और गैर-बिंदु स्रोतों की पहचान कर क्षेत्र परीक्षण एवं प्रोटोटाइप का परीक्षण किया जाएगा।
प्रो. जैन ने बताया कि परियोजना का प्रमुख लक्ष्य प्रदूषित पानी के लिए नवीन कम लागत वाले उन्नत जैव-ऑक्सीकरण उपचार प्रणाली का एक प्रोटोटाइप विकसित करना है। इस परियोजना में आईआईटी (बीएचयू) के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर प्रभात कुमार सिंह, डॉ शिशिर गौड़ और डॉ अनुराग ओहरी अग्रणी भूमिका निभाएंगे। वहीं, परियोजना के अन्य भागीदारों में आईआईटी गुवाहाटी, आईआईटी खड़गपुर और अन्य शैक्षणिक और अनुसंधान संस्थान शामिल हैं।आईआईटी गुवाहाटी से प्रो संजुक्ता पात्रा परियोजना के लिए भारतीय समन्वयक हैं।