Edited By Ramkesh,Updated: 03 Mar, 2025 12:21 PM
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मायावती के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने वाले कांग्रेस नेता एवं पूर्व सांसद उदित राज ने आकाश आनन्द को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के उत्तराधिकारी समेत सभी पदों से हटाए जाने के बाद पर फिर मायावती पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि दलितों को घुटने टेकने वाली...
लखनऊ: मायावती के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने वाले कांग्रेस नेता एवं पूर्व सांसद उदित राज ने आकाश आनन्द को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के उत्तराधिकारी समेत सभी पदों से हटाए जाने के बाद पर फिर मायावती पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि दलितों को घुटने टेकने वाली नेता मायावती नहीं चाहिए।
आकाश आनंद हटाना आत्मघाती कदम
उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान मायावती ने आकाश आनंद को उत्तराधिकारी बनाने से मना कर दिया था । फिर 47 दिन बाद 23 जून को उत्तराधिकारी बना दिया। इस फरवरी में उत्तराधिकारी के पद से हटा दिया। फिर 2 मार्च को सभी पदों से मुक्त कर दिया। ऐसा आत्मघाती कदम कोई उठाता है क्या ? बीजेपी के सामने इस हद तक घुटने टेकने वाला क्या बहुजन समाज का नेता हो सकता है? मैं आवाहन करता हूँ आकाश आनंद और बीएसपी के कार्यकर्ताओं से वो कांग्रेस में शामिल हों और संविधान बचाने की लड़ाई में सहयोग दें । राहुल गांधी बहुजन समाज का उत्थान कर सकते हैं , अब यह सर्वविदित हो चुका है।
मायावती के फैसले से पार्टी का पतन हो रहा
उन्होंने एक बयान में ने मायावती की आलोचना करते हुए दावा किया कि उनके कार्यों से उनकी पार्टी का पतन हो रहा है। उन्होंने कहा, ''मायावती अपनी पार्टी को खत्म कर रही हैं और बसपा में दलितों या अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए कोई ‘मिशन' नहीं बचा है।'' उदित राज का यह बयान 17 फरवरी के उस विवाद के बाद सामने आया है, जब उन्होंने मायावती पर बहुजन आंदोलन को कमजोर करने का आरोप लगाया था।
उदित राज को फिर दोहराया
उदित राज ने अपने पिछले बयान को दोहराते हुए कहा, ‘‘ मैंने 17 फरवरी को लखनऊ में कहा था मायावती ने बहुजन आंदोलन का गला घोटा है और इनका गला घोटने का समय आ गया है।'' उन्होंने बसपा पर ‘‘स्पष्ट मिशन की कमी'' का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘बसपा में संविधान की रक्षा करने, दलितों और ओबीसी पर अत्याचारों का विरोध करने या निजीकरण के खिलाफ कोई लड़ाई नहीं बची है।'' उन्होंने बसपा कार्यकर्ताओं से पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, "जो लोग मुझसे नाराज थे, उन्हें अब यह समझ लेना चाहिए कि मेरा इरादा उन्हें स्थिति से अवगत कराना था।