Edited By Purnima Singh,Updated: 04 Mar, 2025 05:06 PM

उत्तर प्रदेश के एटा जिले से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां बेसिक शिक्षा विभाग के एक फर्जी शिक्षक को पुलिस ने मैनपुरी जिले से गिरफ्तार किया है। शिक्षक ने सिर्फ कक्षा आठ तक पढ़ाई की थी। फर्जी कागजातों के बल पर उसने नौ सालों तक सहायक अध्यापक...
एटा : उत्तर प्रदेश के एटा जिले से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां बेसिक शिक्षा विभाग के एक फर्जी शिक्षक को पुलिस ने मैनपुरी जिले से गिरफ्तार किया है। शिक्षक ने सिर्फ कक्षा आठ तक पढ़ाई की थी। फर्जी कागजातों के बल पर उसने नौ सालों तक सहायक अध्यापक के पद पर नौकरी की। एक शिकायत होने पर मामला प्रकाश में आया। फिर जांच शुरू हुई। इसके बाद उसे बर्खास्त भी कर दिया गया। मामले में एफआइआर दर्ज कर उसे जेल भेजा गया है।
जानें पूरा मामला
पूरा मामला कोतवाली नगर क्षेत्र मैनपुरी के मोहल्ला ग्वालटोली का है। यहां के निवासी राजकुमार यादव की नियुक्ति साल 2015 में बेसिक शिक्षा विभाग में थाना राजा का रामपुर क्षेत्र के गांव इमादपुर स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर हुई थी। इसके बाद वह यहां 9 साल से इत्मीनान से नौकरी कर रहा था। उसे बच्चों को पढ़ाने के लिए विज्ञान विषय दिया गया था। साल 2023 में मैनपुरी के ग्वालटोली मुहल्ला निवासी विजेंद्र सिंह पुत्र श्रीकांत ने जिला बेसिक शिक्षाधिकारी से इसकी शिकायत की थी। शिकायत में बताया गया था कि शिक्षक ने हाईस्कूल, इंटर, बीएड से लेकर टीईटी तक के कागजात फर्जी लगाए गए हैं। साथ ही राजकुमार यादव के फर्जी शिक्षक होने के साक्ष्य भी उपलब्ध कराए थे।
जांच में मिले थे सभी कागज फर्जी
मामले की जांच तत्कालीन खंड शिक्षाधिकारी मुकेश कुमार सौंपी गई। उन्होंने जांच में सभी कागजात फर्जी पाए। इसके बाद खंड शिक्षाधिकारी ने 20 दिसंबर 2023 को राजा का रामपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए तहरीर दी। खंड शिक्षाधिकारी की तहरीर के आधार पर एफआइआर दर्ज कर ली गई। एफआइआर दर्ज होने के बाद जिला बेसिक शिक्षाधिकारी ने आरोपी शिक्षक राजकुमार यादव को सहायक अध्यापक के पद से हटा दिया। उन्होंने राजकुमार यादव की सभी सेवाएं समाप्त कर दी थी। तब से यह फर्जी शिक्षक लगातार पुलिस को चकमा दे रहा था। इसके ठिकानों पर कई बार दबिश भी दी गई, लेकिन पुलिस को हर बार खाली हाथ ही लौटना पड़ा।
मैनपुरी का रहने वाला है आरोपित
बता दें कि आरोपित राजकुमार यादव मूल रूप से मैनपुरी जिले का निवासी है। हालांकि उसने अभिलेखों में अपना पता मोहल्ला यादव नगर कोतवाली शिकोहाबाद जनपद फिरोजाबाद दर्ज करवाया था। यही वजह थी कि पुलिस आरोपित को दोनों जिलों में तलाश रही थी। रविवार रात पुलिस को सटीक सूचना मिली कि राजकुमार यादव अपने मैनपुरी स्थित घर पर मौजूद है। आरोपित के अपने घर पर होने की सूचना मिलत ही पुलिस ने दबिश डाल दी। पुलिस ने आरोपित को वहां से गिरफ्तार कर रात 11 बजे थाने लाई। जहां उससे पूछताछ की गई। फिर सोमवार को पुलिस ने उसे अदालत में पेश किया। जहां से उसे जेल भेजा गया।