Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Mar, 2018 01:06 AM
राजधानी लखनऊ में गाड़ियों में नंबर प्लेट की जगह ''बॉस'' ''पापा'' और ''राम'' जैसे नंबर लिखे होते हैं। आरटीओ अब इन नंबरों को वीआपी नंबर्स की श्रेणी में रखने जा रहा है, जिससे ऐसे नंबर लिखाने के शौकीनों की जेब पर भार बढ़ सकता है। नंबरों के रजिस्ट्रेशन...
लखनऊ : राजधानी लखनऊ में गाड़ियों में नंबर प्लेट की जगह 'बॉस' 'पापा' और 'राम' जैसे नंबर लिखे होते हैं। आरटीओ अब इन नंबरों को वीआपी नंबर्स की श्रेणी में रखने जा रहा है, जिससे ऐसे नंबर लिखाने के शौकीनों की जेब पर भार बढ़ सकता है। नंबरों के रजिस्ट्रेशन के ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे।
आरटीओ अधिकारियों ने बताया कि रजिस्ट्रेशन नंबर 4141 को स्टाइल में लिखवाने पर वह पापा, 8055 नंबर बॉस और इसी तरह 0124 नंबर हिंदी में राम नजर आता है। इसी तरह के नंबर्स को वीआईपी नंबरों से लिस्ट में शामिल किया जा रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि इस तरह के फैसले के बाद स्टाइलिश नंबर लिखवाने वालों की संख्या कम होगी और विभाग का राजस्व बढ़ेगा। आरटीओ ने प्रस्ताव बनाकर परिवहन विभाग को भेज दिया है।
केंद्रीय मोटर वाहन नियम के 1989 के अनुसार, वाहनों पर रजिस्ट्रेशन नंबर साफ और स्पष्ट शब्दों में लिखा जाना चाहिए। कोई वाहन में स्टालिश या टेढ़े-मेढ़े नंबर लिखाता है तो यह दंडनीय अपराध है। इस अपराध पर मात्र 100 रुपए का जुर्माना ही लगाया जाता है।
एआरटीओ प्रशासन राघवेंद्र सिंह ने बताया कि इस तरह का फैसला लागू होने के बाद ऐसे लोगों पर नियंत्रण हो सकेगा जो स्टालिश नंबर गाड़ियों की नंबर प्लेट पर लिखवाते हैं।
परिवहन विभाग को भेजे गए प्रस्ताव में आरटीओ ने लिखा है कि फैंसी नंबर्स आजकल मांग में हैं। लोग इस तरह के नंबर्स के लिए इंतजार करते हैं। कई लोग तो स्टाइलिश नंबर आने तक गाड़ियों का रिजस्ट्रेशन तक नहीं कराते। स्टाइलिश नंबर्स के लिए आरटीए के कर्मचारियों से लोग प्रार्थना करते हैं तो कई दबाव तक डलवाते हैं।