Edited By ,Updated: 25 Aug, 2016 11:27 AM
‘फतवा’ जारी करने को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाले विश्व प्रसिद्ध इस्लामी तालीमी इदारे दारुल उलूम ने अब गोमूत्र उत्पादों के खिलाफ फतवा जारी किया है।
लखनऊ: ‘फतवा’ जारी करने को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाले विश्व प्रसिद्ध इस्लामी तालीमी इदारे दारुल उलूम ने अब गोमूत्र उत्पादों के खिलाफ फतवा जारी किया है। इस्लामिक मदरसे ने गोमूत्र उत्पादों के इस्तेमाल को नाजायज बताया है।आपको बता दें कि पहले जब तमिलनाडु तौहीद जमात ने फतवा जारी किया था तो देवबंद के उलेमाओं ने भी उसका समर्थन किया था।
जानकारी के अनुसार फतवे में कहा गया है कि अगर यह बात कही जाती है कि किसी सामान में गोमूत्र मिला है तो उसके इस्तेमाल की अनुमति नहीं है। अगर उसी ब्रांड के दूसरे उत्पादों में गोमूत्र नहीं है तो उसे इस्तेमाल किया जा सकता है। ये फतवा उस सवाल के जवाब में जारी किया गया जिसमें पूछा गया था कि क्या मुसलमानों को पतंजलि जैसे ब्रांडों के उत्पादों को इस्तेमाल करना चाहिए या नहीं ?
गौरतलब है कि साल की शुरुआत में बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि के खिलाफ तमिलनाडु तौहीद जमात ने फतवा जारी किया था, जिसका देवबंद के उलेमाओं ने भी समर्थन किया था। देवबंदी उलेमाओं का कहना था कि इस्लाम में मल-मूत्र को नापाक और नाजायज बताया गया है। अगर किसी चीज में मल या मूत्र मिला हो तो उसका इस्तेमाल मुसलमानों के लिए पूरी तरह से नाजायज होगा।