Edited By Jagdev Singh,Updated: 23 Jun, 2019 11:54 AM
झारखंड के चतरा जिले से एक बड़ा घोटाला सामने आया है। राज्य में केंद्र की महत्वाकांक्षी मनरेगा योजना में किस तरह भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है। कागजों में फर्जीवाड़ा कर कैसे पैसे निकाले जा रहे हैं। इसकी बानगी चतरा जिले में दिखाई दे रही है। यहां...
चतरा: झारखंड के चतरा जिले से एक बड़ा घोटाला सामने आया है। राज्य में केंद्र की महत्वाकांक्षी मनरेगा योजना में किस तरह भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है। कागजों में फर्जीवाड़ा कर कैसे पैसे निकाले जा रहे हैं। इसकी बानगी चतरा जिले में दिखाई दे रही है। यहां बिचौलियों ने मनरेगा की योजनाओं में लूट के लिए सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले नाबालिग बच्चों के नाम पर फर्जी जॉब कार्ड बना कर उन्हें मजदूर बना दिया है। इसके बाद योजना खाते की राशि का मिनी बैंक के जरिए उनके खाता से निकासी कर रहे हैं।
वहीं इन स्कूली बच्चों की उम्र 12 से 15 साल के बीच है। इनमें से कुछ बच्चे छठी, सातवीं व आठवीं में पढ़ाई कर रहे हैं, लेकिन जॉब कार्ड में उनकी उम्र 19 से 28 वर्ष तक अंकित की गई है। मामला कान्हाचट्टी प्रखंड के करमा गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय और उत्क्रमित उच्च विद्यालय डगडगवा तुलबुल से जुड़ा हुआ है। इन दोनों विद्यालयों के दर्जनों छात्र-छात्रों के नाम जॉबकार्ड बनाया गया है। सबसे चौंकाने वाली बात है कि बच्चों के परिजनों को इसकी जानकारी नहीं है।