Edited By Nitika,Updated: 20 Nov, 2019 01:11 PM
झारखंड की 81 विधानसभा सीटों पर 5 चरणों में चुनाव होने जा रहे हैं। पहले चरण के तहत 30 नवंबर को 13 सीटों पर मतदान करवाए जाएंगे। वह 13 सीटें चतरा, गुमला, बिशुनपुर, लोहरदगा, मनिका, लातेहार, पांकी, डालटनगंज, विश्रामपुर, छत्तरपुर, हुसैनाबाद, गढ़वा,...
रांचीः झारखंड की 81 विधानसभा सीटों पर 5 चरणों में चुनाव होने जा रहे हैं। पहले चरण के तहत 30 नवंबर को 13 सीटों पर मतदान करवाए जाएंगे। वह 13 सीटें चतरा, गुमला, बिशुनपुर, लोहरदगा, मनिका, लातेहार, पांकी, डालटनगंज, विश्रामपुर, छत्तरपुर, हुसैनाबाद, गढ़वा, भवनाथपुर हैं। इस खबर में हम आपको जमशेदपुर पूर्व विधानसभा सीट के बार में बताने जा रहे हैं।
जमशेदपुर पूर्व सीट झारखंड की सबसे महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है क्योंकि झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास की ये परंपरागत सीट है। पिछले पांच साल में बतौर मुख्यमंत्री रघुवर दास झारखंड की राजनीति के केंद्र में रहे हैं। इसलिए जमशेदपुर पूर्वी सीट राज्य की सबसे हॉट सीट मानी जा रही है। वहीं बीजेपी के खिलाफ बगावत का झंडा उठाने वाले सरयू राय ने भी रघुवर दास के खिलाफ मोर्चा संभाल लिया है। सरयू राय के जमशेदपुर पूर्वी सीट से खड़े होने से रघुवर दास की मुश्किलें बढ़ गई हैं हालांकि रघुवर दास को इस सीट से जीत का भरोसा है क्योंकि यहां से लगातार 3 बार उन्होंने ही जीत हासिल की है। 2005, 2009 और 2014 के विधानसभा चुनाव में रघुवर दास ने यहां विरोधियों के पांव को कभी टिकने नहीं दिया है।
2019 के आंकड़ों के मुताबिक जमशेदपुर पूर्व सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 3 लाख 450 है। इनमें से पुरुष वोटरों की तादाद 1 लाख 56 हजार 469 है। वहीं महिला मतदाताओं की तादाद 1 लाख 43 हजार 981 है।
एक नजर 2014 विधानसभा चुनावों के नतीजों पर
2014 के विधानसभा चुनाव के नतीजे पर गौर करें तो जमशेदपुर पूर्व सीट से रघुबर दास ने बंपर वोट हासिल की थी। रघुवर दास ने काफी बड़ी मार्जिन से कांग्रेस कैंडिडेट पर जीत दर्ज की थी। रघुवर दास ने 1 लाख 3 हजार 427 वोट हासिल किया था जबकि कांग्रेस कैंडिडेट आनंद बिहारी दुबे महज 33 हजार 270 वोट ही हासिल कर पाए थे। इस तरह से रघुवर दास ने 70 हजार 157 वोटों के रिकार्ड मार्जिन से कांग्रेस कैंडिडेट को हराया था। वहीं झारखंड विकास मोर्चा के अभय सिंह 20 हजार 815 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रह गए थे।
एक नजर 2009 विधानसभा चुनावों के नतीजों पर
वहीं 2009 के विधानसभा चुनाव में भी जमशेदपुर पूर्वी सीट से रघुवर दास ने ही जीत हासिल की थी। 2009 में रघुवर दास ने 56 हजार 165 वोट हासिल किया था। वहीं झारखंड विकास मोर्चा के अभय सिंह को कुल 33 हजार 202 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से रघुवर दास ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी अभय सिंह को 22 हजार 963 वोट की मार्जिन से हराया था तो निर्दलीय कैंडिडेट आनंद बिहारी दूबे 10 हजार 944 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रह गए थे।
एक नजर 2005 विधानसभा चुनावों के नतीजों पर
2005 के विधानसभा चुनाव में भी जमशेदपुर पूर्व सीट से रघुवर दास ने ही जीत हासिल की थी। रघुवर दास ने 65 हजार 116 वोट हासिल किया था तो कांग्रेस कैंडिडेट रामाश्रय 46 हजार 718 वोट ही जुटा पाए थे। इस लिहाज से रघुवर दास ने 18 हजार 398 वोटों की मार्जिन से रामाश्रय को मात देने में कामयाबी हासिल की थी वहीं तीसरे स्थान पर आरजेडी कैंडिडेट इंद्रजीत सिंह कालरा रहे। कालरा को महज 2 हजार 867 वोट ही मिल पाया था।
देखा जाए तो जमशेदपुर पूर्व सीट पर मुख्यमंत्री रघुवर दास का प्रभाव रहा है। लगातार 3 बार से इस सीट पर रघुवर दास का ही कब्जा रहा है। इतना जरुर है कि रघुवर दास को मिलने वाले वोट के आंकड़े हर बार जरुर बदले हैं। 2014 के विधानसभा चुनाव में रघुवर दास को सबसे ज्यादा वोट मिला था लेकिन 2019 में रघुवर के सामने सरयू राय निर्दलीय कैंडिडेट के तौर पर खड़े हैं। सरयू राय का दावा है कि वे रघुवर दास को मात देने में कामयाब रहेंगे।
वहीं मुख्यमंत्री रघुवर दास को यकीन है कि वे जीत का चौका जरुर लगाएंगे। अब ये आने वाला वक्त ही बताएगा कि रघुवर दास और सरयू राय में से किसके सिर पर जनता राजतिलक लगाएगी।