Edited By Deepika Rajput,Updated: 10 Dec, 2018 05:22 PM
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) प्रमुख व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने मंत्रिपद से इस्तीफा देकर बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। एक तरफ कांग्रेस उनके इस फैसले का स्वागत कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ उनकी ही पार्टी के विधायक बगावत पर उतर...
पटनाः राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) प्रमुख व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने मंत्रिपद से इस्तीफा देकर बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। एक तरफ कांग्रेस उनके इस फैसले का स्वागत कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ उनकी ही पार्टी के विधायक बगावत पर उतर आए हैं।
रालोसपा विधायक ललन पासवान का कहना है कि उपेंद्र कुशवाहा पूरी तरह से झूठ बोल रहे हैं। उन्हें यह व्याख्या तब याद करनी चाहिए थी जब वो शपथ ले रहे थे। कुशवाहा ने जो भी कहा है कि वो गलत है। मोदी सरकार ने बिहार को पैकेज दिया है।
वहीं रालोसपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं मुख्य प्रवक्ता भगवान सिंह ने कहा कि कुशवाहा को राजग ने पद और सम्मान दोनों ही दिया है। पार्टी के कम सांसद रहते हुए भी उन्हें केंद्र में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री का पद दिया गया। ऐसी स्थिति में उनका राजग से अलग होने का निर्णय बिल्कुल गलत है।
उन्होंने कहा कि कुशवाहा की मुख्यमंत्री नीतीश से नाराजगी सिर्फ दिखावे के लिए है। उन्हें कभी अपमानित नहीं किया गया है। नीतीश कुमार उन्हें भाई की तरह मान-सम्मान दिया करते थे। कुशवाहा का राजग से नाता तोड़ने का निर्णय काफी दुर्भाग्यपूर्ण है।