Edited By prachi,Updated: 19 Jul, 2019 04:31 PM
बिहार की राजधानी पटना के गर्दनीबाग में गुरुवार को अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे नियोजित शिक्षकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इस मामले को लेकर बिहार की सियासत गरमा गई है। विपक्ष ने शिक्षकों पर हुए लाठीचार्ज का विरोध करते हुए विधानमंडल में जमकर...
पटनाः बिहार की राजधानी पटना के गर्दनीबाग में गुरुवार को अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे नियोजित शिक्षकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इस मामले को लेकर बिहार की सियासत गरमा गई है। विपक्ष ने शिक्षकों पर हुए लाठीचार्ज का विरोध करते हुए विधानमंडल में जमकर हंगामा किया।
विपक्ष ने इस मामले की कड़ी निंदा करते हुए सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार गरीबों और शिक्षकों को दबा रही है। बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों में मॉनसून सत्र के दौरान विपक्ष द्वारा हंगामा करने से सदन की कार्यवाही बाधित रही। विधानसभा की कार्यवाही सिर्फ पांच मिनट ही चल सकी।
बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने सरकार का घेराव करते हुए कहा कि सरकार 2005 से ही शिक्षकों और कर्मचारियों पर लाठीचार्ज करवाती रही है। शिक्षकों पर लाठीचार्ज करना ठीक नहीं है। राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार शिक्षकों का दमन कर रही है। वहीं कांग्रेस नेता का कहना है कि इस मामले को लेकर नीतीश कुमार को इस्तीफा दे देना चाहिए।
वहीं JDU नेता दिलीप चौधरी ने कहा कि इस मामले से हमने पहले ही सदन को अवगत करा दिया है। गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों पर जल्द कार्रवाई होगी। भाजपा नेता नितिन नवीन ने सरकार का पक्ष लेते हुए कहा कि सरकार हमेशा शिक्षकों की मांगों को सुनती आई है लेकिन अपनी मांगों को लेकर हाथापाई पर उतर आना सही नहीं है।