Edited By prachi,Updated: 13 Oct, 2018 02:41 PM
बिहार के खगड़िया जिले में परबत्ता थाना क्षेत्र के दुधैला बहियार में अपराधियों और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ में पसराहा थाना के प्रभारी शहीद हो गए। इसके साथ ही दो अपराधी भी मारे गए। दारोगा की मौत से बिहार की सियासत में बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है।...
खगड़ियाः बिहार के खगड़िया जिले में परबत्ता थाना क्षेत्र के दुधैला बहियार में अपराधियों और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ में पसराहा थाना के प्रभारी शहीद हो गए। इसके साथ ही दो अपराधी भी मारे गए। दारोगा की मौत से बिहार की सियासत में बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। नीतीश सरकार की सहयोगी भाजपा ने ही सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं।
भाजपा नेता रामेश्वर चौरसिया का कहना है कि राज्य में अपराधी बेखौफ हो चुके हैं और अब वह पुलिसवालों को निशाना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव आने वाले हैं। ऐसी स्थिति में लोग किस प्रकार मतदान में अपना सहयोग दे पाएंगे? उन्होंने कहा कि वह राज्य के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से राज्य में बढ़ रहे अपराध को लेकर बात करेंगे।
वहीं विपक्ष इस घटना पर नीतीश सरकार को आड़े हाथों ले रहा है। कांग्रेस नेता प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि अब बिहार में पुलिसवाले ही सुरक्षित नहीं हैं तो वह जनता की सुरक्षा कैसे करेंगे। उन्होंने कहा कि क्या यही नीतीश कुमार का सुशासन है? हम(हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा) के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने केंद्र सरकार से की बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। साथ ही उन्होंने राज्य में बढ़ रहे अपराध का जिम्मेदार सीएम नीतीश कुमार को ठहराया है।
राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी राजद के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि नीतीश कुमार पुलिस कर्मियों के सामने कानून-व्यवस्था को सुधारने के हाथ जोड़ रहे हैं और अब तो पुलिस वाले ही सुरक्षित नहीं हैं। वहीं, राजद नेता संजय प्रसाद ने कहा कि नीतीश कुमार द्वारा अपराध को लेकर लगातार समीक्षा बैठक करने का कोई फायदा नहीं हो रहा है। अधिकारी सीएम की बात नहीं सुन रहे हैं।