Edited By Nitika,Updated: 26 Feb, 2020 03:00 PM
बिहार विधानसभा में आज नियोजित शिक्षकों के मामले को लेकर विपक्ष के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया, जिसके कारण सभा की कार्यवाही 2 बार स्थगित करनी पड़ी।
पटनाः बिहार विधानसभा में आज नियोजित शिक्षकों के मामले को लेकर विपक्ष के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया, जिसके कारण सभा की कार्यवाही 2 बार स्थगित करनी पड़ी।
विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस के अवधेश कुमार सिंह और भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी लेनिनवादी (भाकपा-माले) के महबूब आलम ने नियोजित शिक्षकों की हड़ताल के मामले को उठाया और इस पर सदन में चर्चा करवाने के लिए दिए गए कार्यस्थगन प्रस्ताव को स्वीकार करने की मांग की। सभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने उनसे प्रश्नकाल के बाद इस मामले को उठाने का आग्रह किया लेकिन कांग्रेस, भाकपा-माले और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सदस्य नारे लगाते हुए सदन के बीच में आ गए। शोरगुल के बीच ही सभाध्यक्ष ने प्रश्नकाल शुरू किया। राजद के अब्दुल बारी सिद्दिकी के अल्पसूचित प्रश्न का श्रम संसाधन मंत्री ने जवाब भी दिया लेकिन शोरगुल के कारण उनका उत्तर साफ से नहीं सुना जा सका।
सभाध्यक्ष ने सदस्यों से शांत रहने और प्रश्नकाल चलने देने का आग्रह किया लेकिन विपक्ष के सदस्य नहीं माने और शोरगुल तथा नारेबाजी करते रहे। सभाध्यक्ष ने सदन को अव्यवस्थित देख लगभग 10 मिनट के बाद सभा की कार्यवाही 12 बजे दिन तक के लिए स्थगित कर दी।